छत्तीसगढ़ के जतमई धाम से टूरिस्ट पुलिस की शुरुआत, राजीव लोचन मंदिर राजिम, घटारानी, चिंगरापगार में भी जल्द होगी तैनात
गरियाबंद। पुलिस अधीक्षक पारुल माथुर की पहल से टूरिस्ट पुलिस गरियाबंद की शुरुआत जतमई धाम से की गई है। गरियाबंद पुलिस ने पर्यटकों की सुरक्षा एवं बचाव के लिए आज से जिले के सभी प्रमुख पर्यटक स्थलों पर टूरिस्ट सहायता केन्द्र शुरू किए हैं। इन पर्यटन केन्द्रों पर पीली जैकेट पहने टूरिस्ट पुलिस भी पर्यटकों की मदद के लिए तैनात रहेगी। टूरिस्ट पुलिस के पास किसी भी आपातकालीन स्थिति से निपटने की सुविधाएं भी उपलब्ध रहेंगी|
गरियाबंद जिले के अधिकांश क्षेत्र पर्यटन के लिए प्रसिद्ध है। यहां दूर-दूर से लोग पर्यटन के लिए आते है। पर्यटन के दौरान कई प्रकार की अप्रिय घटना हो जाती हैं। घटना पूर्व बचाव के उद्देश्य से टूरिस्ट पुलिस का शुभारंभ किया गया है। 28 पुलिस कर्मियों की 07-07 की टीम बनाकर जिले के पर्यटन स्थलो जतमई मंदिर, घटारानी मंदिर, राजीव लोचन मंदिर, चिंगरापगार में ड्यूटी लगाई गई है।
टूरिस्ट पुलिस विशेष पहचान के लिए पीले रंग की टी शर्ट एवं नीले रंग कैप पहने रहेंगे, जिस पय टूरिस्ट पुलिस लिखा हुआ है। उनके पास सुरक्षा एवं बचाव की दृष्टि से चिकित्सा किट, रस्सी, टार्च, छाता एवं अन्य समान उपलब्ध रहेगा। ताकि जनसमान्य को तत्काल मदद मिल सके। लोगों की सुरक्षा की दृष्टि से पर्यटन स्थलों के सेल्फी जोन को बैरिकेट किया जाएगा।
गरियाबंद जिले की एसपी पारुल माथुर ने इस विषय मे अधिक जानकारी देते हुए बताया कि जिले के जतमई, घटारानी, चिंगरापगार ओर राजीव लोचन मंदिर में टूरिस्ट पुलिस की व्यवस्था की गईं है। शनिवार और रविवार को इन चारों स्थलों पर पुलिस टीम मौजूद रहेगी, जो यहां पहुंचने वाले पर्यटकों को हर संभव मदद करेगी।
कार्यक्रम में विशेष रूप से उपस्थित पद्मश्री से सम्मानित फुलबासन बाई यादव ने भी पुलिस की इस पहल का स्वागत किया है। उन्होंने कहा कि गरियाबंद के इन स्थलों पर बड़ी संख्या में प्रदेश भर से पर्यटक पहुंचते है। पुलिस की मौजूदगी होने से इन स्थानों पर लोग पहले से ज्यादा सुरक्षित महसूस करेंगे। उन्होनें पुलिस की इस पहल की प्रशंसा करते हुए बधाई प्रेषित की है।