छत्तीसगढ़

छत्तीसगढ़ में स्वास्थ्य कार्यकर्ता से मारपीट,नाराज स्वास्थ्य संयोजक कर्मचारी संघ कलकेक्टर एसपी को ज्ञापन सौप जिलाबदर की कार्यवाही की मांग

गरियाबंद । शनिवार की दोपहर गरियाबन्द जिले में पदश्त महिला स्वास्थ्य सयोंजक ,मज़रकटट्ट में लगने वाले स्वास्थ्य केम्प से पहले ,अपने मोबाइल रिचार्ज करवाने पुराने एसपी ऑफिस के पास मौजूद एक शॉप में पहूंची थी। थोड़ी देर बाद इसी शॉप में कथित पत्रकार किरीट ठक्कर भी पहूचा,मोबाइल रिचार्ज कराने में ब्यस्त महिला कर्मी के पीठ में किरीट बदनीयती से हाथ फेरने लगा।कर्मी ने इसका विरोध कर हरकत को रोकने किरीट के कॉलर को पकड़ लिया,इस घिनोने हरकत से किरीट बाज नही आया,उल्टे महिला कर्मी को गन्दी गन्दी गालियां देने लगा।किरीट अपने बेटे निशांत को भी दुकान के पास बुला लिया।

दोनों बाप बेटा मिलकर महिका कर्मी के बाल नोचते हुए बुरी तरह से पिटाई कर दिया।महिला कर्मि को कई गम्भीर चोंटे आई है।पीड़िता ने मामले की शिकायत सिटी कोतवाली में किया ,जिसके बाद थाना प्रभारी बेदमती दरियो ने मामले में किरीट ठक्कर व उसके बेटे निशान्त के खिलाफ आईपीसी की धारा 354,354 ग,354 घ (34) के तहत मामला पंजीबद्ध कर लिया है।रिपोर्ट दर्ज होते ही आरोपी किरीट व उसका बेटा दोनों फरार हो गए है।

कर्मचारी संघ ने किया जिलाबदर की मांग-स्वास्थ्य सयोंजक कर्मचारी संघ छतीसगढ़ के गरियाबन्द इकाई अध्यक्ष डी के पडोति के नेतृत्व में आज संघ के प्रतिनिधि मण्डल ने कलेक्टर व एसपी के नाम ज्ञापन सौप ऑन ड्यूटी कर्मी के साथ हरकत करने वाले आरोपी के खिलाफ कड़ी कार्यवाही की मांग किया है।

संघ के महिला जिला अध्यक्ष सुरेखा तिवारी ने अफसरों को बताया कि असमाजिक तत्व किरीट के खिलाफ सिटी कोतवाली के अलावा जिले के अन्य थानों में मामले दर्ज है।आये दिन महिलाओं के प्रति दुर्ब्यवहार के मामले सामने आते रहे है।कुछ मामलों को अपने पत्रकार होने का धौंस दिखाकर इस ब्लेकमेलर द्वारा दबवा दिया गया है।पूर्व में भी पत्रकार महिलाओं के साथ मारपीट के मामले सामने आ चुके है।ऐसे आसामाजिक तत्व के खिलाफ जिलाबदर की कार्यवाही की मांग किया गया है।

देवभोग में अफसर बन कर लूटा था महिला समूह को- किरीट ठक्कर अपने कथित बास के साथ 5 अक्टूबर 2019 को डोहेल में रेडी टू ईट संचालित करने वाले समूह के संचालन स्थल पर पहूचा,आरोपियो ने अपने आप को अफसर बता कर प्लास्टिक पन्नी में अनियमितता बरतना कह कर पहले महिलाओं को धमकाया,फिर अपने आदतन करतूतों के मुताबिक मुँहफाड कर 30हजार रुपये की मांग किया।फिर 20 हजार रुपये में मामला सलटाने के लिए सहमत हो गये।

जागरुक महिला समूहो ने ब्लैकमेलरों को रुपये देने के बजाए मामले की शिकायत लेकर थाने पहूच गए।मामले में जांच के बाद पुलिस ने आरोप संहि पाए जाने पर फरवरी 2020 में आरोपी किरीट ठक्कर, दिनेश सोनी रायपुर व एक अन्य के खिलाफ भादवी की धारा 170,384 (34) के तहत मामला पंजीबद्ध किया।मामले में किरीट ठक्कर को 20 दिन जेल में रहना पड़ा था।बाकी लोग जमानत लेने में कामयाब हुई।

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