राजधानी के आंबेडकर अस्पताल में 15 माह में चार लाख आरटीपीसीआर टेस्ट
रायपुर। छत्तीसगढ़ में वैश्विक महामारी कोरोना के खिलाफ जंग जारी है। इसी जंग में पंडित जे. एन. एम. चिकित्सा महाविद्यालय माइक्रोबायोलाजी विभाग महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। कालेज के माइक्रोबायोलाजी विभाग में कोविड-19 के की जांच कराने पहुंचे लोगों को आरटीपीसीआर के 15 माह में अब तक चार लाख 4,000,00 टेस्ट किए जा चुके हैं। संचालक चिकित्सा शिक्षा और पंडित जे. एन. एम. चिकित्सा कालेज के डीन डाक्टर विष्णु दत्त के मार्गदर्शन के साथ ही माइक्रोबायोलाजी विभाग के पूर्व विभागाध्यक्ष डाक्टर अरविन्द नेरल और विभागाध्यक्ष डाक्टर निकिता शेरवानी के नेतृत्व जांच किए जा रहे हैं।
इस वायरोलाजी लैब में कोरोना जांच के लिए कार्यरत टीम में माइक्रोबायोलाजिस्ट डाक्टर रूपम गहलोत, डाक्टर निजा मोंगा, डाक्टर सुचिता नेताम, स्नेहा ददरिया और वैज्ञानिक डाक्टर नेहा सिंह, डाक्टर अभिज्ञान नाथ, डाक्टर खुशबू भांगे, विजयलक्ष्मी जैन, अपर्णा साहू, डाक्टर दिव्या त्यागी अपनी अहम भूमिका निभा रहीं हैं। इनके अलावा सहयोगी टीम में डाक्टर ईरीश ठाकुर अपनी डाटा एंट्री टीम के साथ डाटा संकलन करने के साथ ही रिकार्ड्स और आइटी संबंधित कार्यों में सक्रिय योगदान दे रहे हैं।
इस टीम में शामिल 11 डाटा एन्ट्री आपरेटर आइसीएमआर पोर्टल, आइडीएसपी और स्वास्थ्य विभाग को सभी रिपोर्ट्स और संबंधित जानकारियां को तुरंत प्रेषित करते हैं। इनके अलावा मेडिकल लैब तकनीशियन और लैब अटेण्डेन्ट की भूमिका भी बहुत खास और सराहनीय है। विभागाध्यक्ष डाक्टर निकिता शेरवानी ने बताया की कोविड लैब को चलाने के लिए पूरी टीम ने जो प्रयास किया वह सराहनीय है, इस दौरान लैब के कई लोग और उनसे जुड़े लोग कोरोना पाजिटिव भी हुए पर इस दौरान लैब का काम पूरी ऊर्जा और ईमानदारी के साथ किया गया और सभी अपनी ड्यूटी पर लगे रहे। डाक्टर निकिता ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि कोरोना से बचने के लिए बनाए गए नियमों का पालन करें। मास्क जरूर लगाएं। अपने साथ दूसरों की भी सुरक्षा का ख्याल रखें।