गंगरेल में मौजूदा भराव के मद्देनजर फौरी सिंचाई पानी मिलने के आसार नहीं
रायपुर । अनियमित व अपर्याप्त बारिश के चलते एक ओर तो किसानों द्वारा गंगरेल से सिंचाई पानी देने की मांग शुरू हो गयी है तो दूसरी ओर बांध में मौजूदा भराव के मद्देनजर फौरी सिंचाई हेतु पानी मिलने के आसार नहीं हैं । विभागीय सूत्रों के अनुसार अभी तक पेय व निस्तारी पानी जैसे प्राथमिकता वाले कार्यो के लिये सुरक्षित रखे जाने लायक पानी का भी भराव गंगरेल में नहीं हो पाया है ।
इधर जल उपभोक्ता संस्थाओं के पूर्व अध्यक्षों के एक प्रतिनिधि मंडल ने जल संसाधन मंत्री रवीन्द्र चौबे से मुलाकात कर ज्ञापन सौंप गंगरेल के मौजूदा भराव की स्थिति में फौरी सिंचाई पानी देने की संभावना पर विचार करने का आग्रह किया तो इस अवसर पर पहुंचे आरंग क्षेत्र के एक किसान नेता द्वारा तत्काल पानी छोड़ने की मांग पर श्री चौबे ने फौरी पानी न छोड़ पाने की विवशता पर यह कहकर संकेत दे दिया कि पूर्व के वर्ष में सिंचाई पानी देने की थोड़ी सी संभावना पर ही आरंग क्षेत्र के किसानों की मांग पर एक क्षण का विलंब किये बिना ही गंगरेल का पट खोल दिया गया था ।
ज्ञातव्य हो कि सामयिक बरसात न होने की वजह से धान की खेती पर प्रतिकूल असर को देखते हुये किसानों द्वारा गंगरेल से सिंचाई पानी देने की मांग शुरू हो गया है ।
बीते दिनों गंगरेल के कमांड क्षेत्र में आने वाले बंगोली सिंचाई उपसंभाग के अधीनस्थ सिंचाई पंचायतों के पूर्व अध्यक्षों की बैठक में भविष्य में बरसात न होने की संभावना पर भी विचार करते हुये अकाल की स्थिति में खाद्यान्न की आपूर्ति तो कहीं से भी संभव होने पर पेय व निस्तारी जल की पूर्ति किसी भी हालत में संभव न हो पाने की स्थिति के मद्देनजर पेयजल व निस्तारी के लिये पानी सुरक्षित रखने के बाद ही अतिरिक्त पानी बचे रहने की स्थिति में उसे फौरी सिंचाई के लिये उपलब्ध कराने की ओर शासन – प्रशासन का ध्यान आकृष्ट कराने का निर्णय लिया था ।
इसी निर्णय के परिप्रेक्ष्य में जल उपभोक्ता संस्थाओं के अध्यक्ष रहे गोविंद चन्द्राकर , चिंताराम वर्मा , हिरेश चन्द्राकर , धनीराम साहू , तुलाराम चन्द्राकर , भारतेन्दु साहू , थानसिह साहू , प्रहलाद चन्द्राकर आदि ने रायपुर जिला जल उपभोक्ता संस्था संघ के अध्यक्ष रहे भूपेंद्र शर्मा के साथ श्री चौबे से मुलाकात कर ज्ञापन सौंपा ।
इस अवसर पर पहुंचे आरंग क्षेत्र के किसान नेता पारसनाथ साहू ने श्री चौबे से तत्काल सिंचाई पानी दिलाये जाने की मांग की जिस पर श्री चौबे ने पूर्व के वर्ष में कमोबेश ऐसी ही स्थिति निर्मित होने पर अपने आरंग प्रवास के दौरान श्री साहू सहित अन्य क्षेत्रीय किसान नेताओं की मांग पर सिंचाई के लिये थोड़ा सा भी पानी रहने की स्थिति पर तत्काल पानी छोड़ने का आदेश दे दिये जाने की ओर स्मरण दिलाया ।
इधर सिंचाई विभाग के सूत्रों के अनुसार बरसात न होने की संभावना के मद्देनजर आगामी जून माह तक के लिये पेय व निस्तारी जल सुरक्षित रखा जाना आवश्यक है और मौजूदा स्थिति में इसके लायक भी पानी का भराव नहीं हो पाया है ।
वहीं श्री शर्मा ने एक बार फिर रबी धान हेतु पानी मांगने व शासन द्वारा दिये जाने की प्रवृत्ति के चलते गंगरेल के कमांड एरिया में आने वाले पूरे किसानों के लिये यह स्थिति निर्मित होने की बात दुहराते हुये कहा है कि किसानों को अब इंद्रदेव से गंगरेल के केचमेंट एरिया में जल्द से जल्द इतनी बरसात कराने की प्रार्थना करना चाहिये कि बांध किसानों के खरीफ फसल को पका सके । उन्होंने शीध्र ही इंद्रराज के मेहरबान होने की आशा व्यक्त करते हुये एक सप्ताह बाद फिर शासन – प्रशासन से प्रतिनिधि मंडल मिलने की बात कही है ।