प्रदेश में भाजपा अध्यक्ष का दावा, पक्का था ढाई – ढाई साल का वादा
रायपुर। छत्तीसगढ़ सरकार में चल रहे सियासी घमासान को लेकर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष विष्णु देव साय ने कहा कि हम लोग सोच रहे कि यह कांग्रेस के अपने घर का अंदरूनी मामला है लेकिन विधानसभा अध्यक्ष के मीडिया में आए बयान से साफ हो गया कि मुख्यमंत्री की कुर्सी की कुर्सी को लेकर ढाई – ढाई साल का पक्का समझौता हुआ था। छत्तीसगढ़ प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष एवं पूर्व केंद्रीय इस्पात राज्य मंत्री विष्णुदेव साय ने नगरनार स्टील प्लांट के विनिवेशीकरण पर पुनर्विचार की जरूरत बताई है।
उनका कहना है कि जब वह केंद्र में मंत्री थे उस दौरान उनके द्वारा द्वारा विनिवेशीकरण पर पुनर्विचार का अनुरोध किया था। मुख्यमंत्री रहते डा रमन सिंह ने इस संबंध में केंद्र सरकार को पत्र लिखा था। हमारा मानना है कि प्लांट को शुरू करके लाभ-हानि के आधार पर आगे का निर्णय लिया जाए।
भाजपा के चिंतन शिविर में शामिल होने जगदलपुर पहुंचे साय ने मंगलवार को यहां मां दंतेश्वरी एयरपोर्ट पर मीडिया से .चर्चा करते कहा कि हाल ही में पिछले दिनों केंद्रीय इस्पात राज्य मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते ने बस्तर दौरा किया था उनसे भी इस बारे में कुछ सवाल किया गया होगा। साय ने कहा कि अभी वह मंत्री नहीं है इसलिए उन्होंने नहीं पता कि विनिवेशीकरण और डीमर्जर की प्रक्रिया किस स्तर पर चल रही है।
प्रदेश की जनता ने कांग्रेस को भारी बहुमत देकर सत्ता सौपी है लेकिेन इनके नेताओं के बीच अंतर्कलह ज्यादा है। जिंदाबाद, मुर्दाबाद का नारा इनके द्वारा दिल्ली तक पहुंचा दिया गया है। यह छत्तीसगढ़ के लिए शर्म की बात है। सत्ता में आने से पहले कांग्रेस ने प्रदेश की जनता से 36 वादे किए थे, ढ़ाई सालों में एक भी वादा पूरा नहीं हुआ। जो कुछ काम हुआ भी वह आधा अधूरा ही रहा है।
कर्ज माफी, बेरोजगारी भत्ता, शराबबंदी, कर्मचारियों का नियमितीकरण पर सरकार फेल हो गई है। ढाई साल में प्रदेश सरकार ने जनता की उम्मीदाें पर पानी फेरने का काम किया है। चिंतन शिविर के आयोजन को लेकर विष्णुदेव साय का कहना था कि राष्ट्रीय पदाधिकारियों के साथ बैठकर मिशन 2023 के लिए रणनीति तय की जाएगी।