प्रदेश में शक्ति प्रदर्शन, 18 विधायकों ने की हेलीपैड पर मुख्यमंत्री की अगवानी
बिलासपुर। धार्मिक यात्रा के अंतिम पड़ाव में अमरकंटक से दोपहर दो बजे मरवाही के डा.भंवर सिंह पोर्ते महाविद्यालय परिसर स्थित हेलीपैड पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का हेलिकाप्टर लैंड किया। हेलीपैड पर प्रदेश के 18 विधायकों ने उनका गर्मजोशी के साथ स्वागत किया। विधायकों के साथ ही प्रदेश कांगे्र्रस कमेटी के दिग्गज पदाधिकारियों की मौजूदगी रही। इसके बाद उनका काफिला मरवाही विधायक डा. केके धुव्र के निवास के लिए कूच किया।
विधायक निवास के बाहर ग्रामीणों के साथ ही कांग्रेस के पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं की भारी भीड़ जुटी हुई थी। वे कार्यकर्ताओं व ग्रामीणों से मुलाकात की। इसके बाद विधायक निवास पहुंचे। विधायक डा.धु्रव ने सीएम की अगुवानी। उनके साथ परिवार के सदस्यों के बीच बैठे। मुख्यमंत्री के साथ सभी 18 विधायक भी मौजूद थे। मुख्यमंत्री ने डा. ध्रुव के पुत्र के निधन पर ढांढस बंधाया। स्वजनों के बीच तकरीबन आधा घंटा बैठे।
इसके बाद वे ग्रामीणों व कार्यकर्ताओं से खुलकर बात की। राजीव गांधी ग्रामीण कृषि मजदूर न्याय योजना के संबंध में ग्रामीणों से फीडबैक लेते रहे। ग्रामीणों व कार्यकर्ताओं से मुलाकात के बाद सभी मौजूद 18 विधायकों के साथ आपस में चर्चा शुरू की। मुख्यमंत्री बघेल पूरे समय तनाव मुक्त नजर आ रहे थे। शाम चार बजे विधायक निवास से हेलिपैड के लिए रवाना हुए। अपने साथ खाद्य मंत्री अमरजीत भगत को लेकर रायपुर के लिए उड़ गए।
मुख्यमंत्री बघेल गुस्र्वार को सुबह होटल से नर्मदा नदी के लिए रवाना हुए। कपिल धारा मार्ग स्थित बाबा सीताराम के आश्रम गए। वहां बाबा से उनकी मुलाकात हुई। बाबा ने सिर पर हाथ फेरकर आशीर्वाद दिया। बाबा ने मुख्यमंत्री के लिए हलवा बनाने कहा। उनको हलवा भी खिलाया। इसी बीच सीताराम बाबा ने उनसे चर्चा भी। मुख्यमंत्री ने जब अपना नाम बताया तो उन्होंने पूछा कौन से बघेल हो।
मुख्यमंत्री ने कहा कुर्मी बघेल। तब बाबा ने पूछा रीवा तरफ के बघेल तो नहीं। मुख्यमंत्री ने जवाब दिया छत्तीसगढ़। सीताराम बाबा ने कहा कि पूर्वजन्म में तुम्हारा कर्म अच्छा रहा है। कर्म करते रहो और आगे बढ़ते रहो। उनका आर्शीवाद लिया और रवाना हुए। वहां से जलेश्वर महादेव पहुंचे। पूजा-अर्चना के बाद हेलीपैड के लिए रवाना हुए।
राजमेरगढ़ का आधुनिक के साथ पारंपरिक विकास करेंगेम मरवाहीमें पत्रकारों से चर्चा करते हुए मुख्यमंत्री बघेल् ने कहा कि राजमेरगढ़ के प्राकृतिक संसाधनों की ख्याति दूर-दूर तक जानी चाहिए। एक सुव्यवस्थित और पारपंरिक पर्यटन स्थल में रूप में इसका विकास किया जाएगा। विस्तृत और सुव्यवस्थित कार्ययोजना बनाने की बात हमने छग पर्यटन मंडल के अध्यक्ष अटल श्रीवास्तव और गौरेला-पेंड्रा-मरवाही की कलेक्टर नम्रता गांधी से कही है।
राजमेरगढ़ का आध्यात्मिक महत्व भी कम नहीं है। हमारी कोशिश रहेगी कि आधुनिक के साथ पारंपरिक विकास की दिशा में आगे बढ़ेंगे। अल्प वर्षा के कारण जिन जिलों में सूखे की स्थिति निर्मित हो रही है वहां सर्वे करने और सर्वे रिपोर्ट पेश करने कहा है। इसी रिपोर्ट के आधार पर किसानों को राहत प्रदान की जाएगी। मुख्यमंत्री बघेल पूरे समय राजनीतिक सवालों से बचते रहे।
प्रभारी मंत्री की गैरमौजूदगी रही चर्चा में मुख्य मंत्री के दो दिवसीय प्रवास के दौरान गौरेला-पेंड्रा-मरवाही के प्रभारी मंत्री जयसिंह अग्रवाल नजर नहीं आए। गुरुवार को अमरकंटक से मुख्यमंत्री के मरवाही प्रवास के दौरान प्रदेशभर के 18 विधायकों ने हेलीपैड पर उनकी अगुवानी की। जिले के प्रभारी मंत्री की गैरमौजूदगी चर्चा का विषय बनी रही। इसे लेकर अटकलबाजी का दौर भी शुरू हो गया है।