छत्तीसगढ़

छत्तीसगढ़ में खरीफ की 30 सितंबर और रबी की 15 जनवरी तक गिरदावरी पूर्ण करना अनिवार्य

रायपुर। छत्‍तीसगढ़ में सरकार ने खरीफ और रबी फसलों की गिरदावारी के लिए कार्यक्रम जारी कर दिया है। इस कार्यक्रम के तहत टाईमली रिपोर्टिग स्कीम (टीआरएस) के तहत चयनित 20 प्रतिशत ग्रामों में खरीफ की 30 सितंबर तक और रबी की 10 फरवरी तक गिरदावरी पूर्ण करना अनिवार्य है। यह कार्यक्रम केंद्र सरकार की तरफ से जारी किया गया है। इसे देखते हुए राज्य सरकार ने सभी कलेक्टरों इस समय सीमा का पालन करने का निर्देश जारी किया है।

कलेक्टरों को जारी आदेश में कहा गया है कि फसलों के अंतर्गत क्षेत्रफल, फसलों की विपुल पैदावार, सामान्य किस्में सिंचित और असिंचित क्षेत्रफल, विभिन्न कार्याें के लिए भूमि उपयोग की मौके की स्थिति के अनुसार सही प्रविष्ठियां खसरा भुइंया साफ्टवेयर में दर्ज कराने की ओर विशेष ध्यान दिया जाए।

टीआरएस के विहित पत्रक पटवारी अपने क्षेत्र के राजस्व निरीक्षक के माध्यम से क्षेत्रीय उपायुक्त भू-अभिलेख कार्यालय को निर्धारित समयावधि में अनिवार्य रूप से भिजवाएं ताकि फसलों के क्षेत्रफल व उत्पादन के अनुमान समयावधि में केंद्र और राज्य सरकार को उपलब्ध कराए जा सकें। राजस्व निरीक्षकों व पटवारियों को फसल कटाई प्रयोग और गिरदावरी के समय अन्य कार्य नहीं सौंपा जाए। फसल कटाई प्रयोग प्रशिक्षित प्रारंभिक कर्मचारियों से ही कराया जाए। किन्हीं परिस्थितियों में जब दूसरे कर्मचारियों की व्यवस्था की जाए, तो दूसरे कर्मचारी भी प्रशिक्षित होना चाहिए।

कृषि मंत्री रविंद्र चौबे ने मंगलवार की देर शाम राजभवन पहुंचे और राज्यपाल से सौजन्य भेंट की। इस दौरान उन्होंने चंदूलाल चंद्राकर मेडिलक कालेज अधिग्रहण विधेयक को मंजूरी देने के लिए राज्यपाल के प्रति आभार व्यक्त किया। सूत्रों अनुसार मुलाकात के दौरान दोनों के बीच राज्य के ताजा हालात पर भी बता हुई। बता दें कि चौबे प्रदेश सरकार के सबसे वरिष्ठ मंत्री हैं और सीएम भूपेश बघेल के बेहद करीबी माने जाते हैं।

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