छत्तीसगढ़

राजधानी में पोस्ट कोविड में मांसपेशियों व हड्डियों की समस्याएं अधिक, फिजियोथेरेपी से मिल रही राहत

रायपुर। राज्य में 10 लाख से अधिक कोरोना के मरीज अब तक स्वस्थ हो चुके हैं, लेकिन संक्रमण के प्रभाव की वजह से अधिकतर मरीजों में कमजोरी, सांस लेने में दिक्कत, हड्डियों व जोड़ों में दर्द समेत अन्य परेशानियां सामने आ रही हैं। ऐसे मरीजों के लिए फिजियोथेरेपी कारगर साबित हो रही है। राजधानी के शासकीय डीकेएस सुपरस्पेशियलटी अस्पताल, आंबेडकर अस्पताल के फिजियोथेरेपी विभाग में हर दिन औसत 15 से 20 पोस्ट कोविड के नए मरीज पहुंचते हैं।

चिकित्सकों ने बताया कि कोरोना के दौरान शरीर में आक्सीजन सही तरह से नहीं पहुंचता है। इससे शरीर की कई कोशिकाएं क्षतिग्रस्त हो जाती हैं। यही वजह है कि मांसपेशियां और हड्डियां इससे प्रभावित होती हैं। 95 फीसद से अधिक कोविड मरीजों को स्वस्थ होने के बाद किसी-न-किसी रूप में इन परेशानियों से जूझना पड़ता है।

डीकेएस में मिल रहीं विशेष सुविधाएं

चिकित्सकों ने बताया कि डीकेएस अस्पताल के फिजियोथेरेपी विभाग द्वारा हर दिन 150 से अधिक मरीजों को फिजियोथेरेपी से इलाज किया जा रहा है। इसमें 30 मरीज सड़क दुर्घटनाओं से संबंधित होते हैं। 15 से अधिक मरीज पोस्ट कोविड के बाद मांसपेशियों व हड्डियों की समस्याएं लेकर पहुंच रहे हैं। वहीं औसत 10 मरीज वर्क फ्राम होम के दौरान गले, रीढ़ व कमर की हड्डियों में समस्याएं लेकर पहुंच रहे हैं। इनमें ज्यादातर युवा व छात्र शामिल हैं। विभाग में अत्याधुनिक उपकरणों से बेहतर इलाज से जहां राहत मिल रही है। उन्हें घर पर भी व्यायाम के माध्यम से खुद को स्वस्थ रखने का प्रशिक्षण दिया जा रहा है।

पोस्ट कोविड के बाद मांसपेशियों व हड्डियों में परेशानी की शिकायतें ज्यादातर देखी गई हैं। यह परेशानी कोरोना के दौरान शरीर में आक्सीजन की कमी की वजह से कोशिकाओं के क्षतिग्रस्त होने से आती है। ऐसे में परेशानियों पर जांंच के बाद फिजियोथेरेपी से इलाज बेहतर है। -डा. शुभ्रा दुबे, फिजियोथेरेपिस्ट, डीकेएस सुपरस्पेशियलिटी अस्पताल

अस्पताल में इलाज के लिए विशेष सुविधाएं

कोरोना से स्वस्थ होने के बाद यदि सांस में दिक्कत, मांसपेशियों व हड्डियों से संबंधित ज्यादा परेशानी आ रही हो तो फिजियोथेरेपी के माध्यम से उपचार लिया जा सकता है। अस्पताल में इलाज के लिए विशेष सुविधाएं उपलब्ध है। विभाग में हर दिन 150 से अधिक मरीजों का उपचार होता है। -डा. अन्वेषा सरकार, फिजियोथेरेपिस्ट, डीकेएस सुपरस्पेशियलिटी अस्पताल

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