छत्तीसगढ़ में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ को समझने के लिए राहुल को जाना होगा शाखा : भाजपा
रायपुर। कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी की संघ पर टिप्पणी से छत्तीसगढ़ में भाजपा बिफर गई है। नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक, राजनांदगांव सांसद संतोष पांडेय ने राहुल के बयान पर कड़ी आपत्ति दर्ज कराई है। सांसद पांडेय ने कहा कि हिंदुत्व और धर्म को दलाल कहना सनातन संस्कृति का अपमान है। राहुल जरूरत के हिसाब से धर्म को धारण करते हैं।
जरूरत पड़ी तो खुद को कश्मीर के दत्तात्रेय गोत्र का बता दिया, जनेऊ धारण कर लिया और त्रिपुंड लगा लिया। आज यह जानने की जरूरत है कि दलाल कौन है। पांडेय ने कहा कि कांग्रेस पूरी तरह से खत्म हो गई है और उसका वामीकरण हो गया है। राहुल ने संघ प्रमुख की तुलना करके क्या बताना चाहते हैं। संघ को समझने के लिए राहुल को राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ की शाखा में जाना होगा।
सांसद संतोष ने कहा कि संघ में प्रचारक किस तरह बनते हैं, यह राहुल को जानना होगा। संघ के प्रचारक लोगों के घर जाते हैं। उनके घर में भोजन करते हैं और पारिवारिक माहौल में घरों में स्र्कते भी हैं। संघ की महिला शाखा राष्ट्रीय सेविका समिति भी है, जो बहनों को संगठित करने का काम करती है। पांडेय ने तीखी टिप्पणी करते हुए कहा कि 55 वर्षीय राहुल को हमारी संस्कृति के बारे में पता ही नहीं है। हमारी माता लक्ष्मी, सरस्वती और दुर्गा के बारे में उनको जानकारी नहीं है।
शक्ति कभी खत्म नहीं होती है। शक्ति के स्रोत होते हैं। माता दुर्गा से शक्ति मिलती है। ऐसा ओछा बयान उनकी उस मानसिकता को दर्शाता है कि वह आज भी बौदि्धक दृष्टि से कितने रंक है। वहीं, नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा कि राहुल को संघ और भाजपा के विषय पर कुछ भी कहने का अधिकार नहीं है। उन्हें तो अपने परिवार के वंशावली को सबके सामने रखना चाहिए। यह समूचा राष्ट्र जानना चाहता है, जिस पर वे हमेशा मौन रहते हैं।
कौशिक ने कहा कि राष्ट्र के नवनिर्माण में संघ के योगदान पर उनका अध्ययन शून्य है। उसके सलाहकार जो उनसे कहते हैं, वही राहुल बयान देते हैं। संघ अपने स्थापना की शताब्दी वर्ष 2025 को पूर्ण करने जा रही है। दुनिया में ऐसे कम ही संगठन होंगे, जिनका एक वैचारिक दर्शन मूल स्वरूप में निरंतर कार्य कर रहा होगा।
आरएसएस के असंख्य कार्यकर्ता निस्वार्थ भाव से कार्यरत है। इसके कारण ही हमारी सनातन संस्कृति को मजबूत आधार मिला है। राहुल का बयान यह स्पष्ट करता है कि वो सनातन जीवन शैली के विरोधी हैं। राहुल के बयान से उनके विचलित मन का पता लगता है।