रायपुर के रेलवे स्टेशन में भाजपा नेता छगन मूंदड़ा पर महिला यात्री से मारपीट का आरोप
रायपुर। रायपुर रेलवे स्टेशन में भाजपा नेता छगन मुंदड़ा पर एक महिला यात्री के साथ मारपीट करने का कथित आरोप लगा है। इस घटना के बाद दोनों पक्ष जीआरपी थाने पहुंच गए। वहां आपसी समझौता होने पर किसी ने शिकायत दर्ज नहीं कराई। इस दौरान पूर्व मंत्री राजेश मूणत अपने समर्थकों के साथ जीआरपी थाने में मौजूद थे। उन्होंने ही विवाद को शांत कराया।
मिली जानकारी के मुताबिक अहमदाबाद-पुरी एक्सप्रेस में सफर के दौरान भाजपा नेता छगन मुंदड़ा का एक महिला यात्री से सीट को लेकर विवाद हो गया था। बताया जा रहा है कि विवाद इतना बढ़ा कि दोनों के बीच काफी कहा-सुनी हुई। इसके बाद रायपुर रेलवे स्टेशन में पहुंचने पर छगन मुंदड़ा के स्वागत में पहुंचे समर्थकों पर महिला से मारपीट करने का आरोप लगा। भारी सुरक्षा के बीच भाजपा कार्यकर्ताओं ने मुंदडा को जीआरपी थाना पहुंचाया। विवाद की जानकारी मिलने पर पूर्व मंत्री राजेश मूणत भी थाने पहुंच गए। इसके बाद मामला समझौते के बाद खत्म हो गया।
सूरत से रायपुर यात्रा के दौरान भाजपा नेता छगन मूंदड़ा के साथ कुछ यात्रियों को गलतफहमी हुई। रायपुर आने पर उपरोक्त यात्री भी भाजपा कार्यकर्ता निकलीं। यह पता चलते ही आपसी सहमति से मामले का पटाक्षेप हो गया। इस मामले में छगन मुंदड़ा ने कहा कि कुछ विघ्नसंतोषी लोग इस मामले को दूसरा ही रंग देकर अनर्गल प्रचार कर मारपीट की घटना प्रचारित कर रहे हैं, जबकि वास्तविकता इससे परे है।
उन्होंने कहा कि मैं सपरिवार यात्रा कर रहा था। सहयात्री से जगह को लेकर कुछ वाद विवाद हुआ था, परंतु चर्चा में वे भी लोग भाजपा के कार्यकर्ता निकले, जिससे आपस में बातचीत से मामला सुलझ गया। उन्होंने मारपीट जैसी घटना से साफ इंकार किया और इस बारे में जीआरपी थाने में भी कोई शिकायत या रिपोर्ट नहीं हुई है। बेवजह कुछ लोग दुष्प्रचार कर रहे हैं।
बर्थ पर सामान रखने को लेकर शुरू हुआ था विवाद, हाथापाई की आई नौबत और थाने में समझौता
जीआरपी से मिली जानकारी के मुताबिक छगन मूंदड़ा कुछ दिनों के लिए तीर्थ यात्रा पर गए थे। वे रविवार शाम अहमदाबाद-पुरी एक्सप्रेस से लौट रहे थे। इसी ट्रेन से गरियाबंद की भाजपा नेता नेहा सिंघल भी लौट रही थीं। ट्रेन में दोनों के बीच बर्थ को लेकर जबरदस्त विवाद हुआ। विवाद को बढ़ते देखकर टीसी को बीच में आना पड़ा। दोनों पक्षों को रायपुर रेलवे स्टेशन में ही उतरना था।
ट्रेन में हुए हंगामे की वजह से पहले से ही पुलिस को सूचना दी गई थी, क्योंकि दोनों नेताओं ने रायपुर स्टेशन पर एक-दूसरे को देख लेने की धमकी दी थी। लिहाजा विवाद बढ़ने की आशंका को ध्यान में रखकर रेलवे स्टेशन में पहले से ही जीआरपी तैनात थी। पुलिस के मुताबिक, छगन मूंदड़ा जब ट्रेन से उतरे तो नेहा सिंघल के साथ इनका फिर से विवाद हुआ। थाने लाकर दोनों नेताओं को शांत कराया गया। मीडिया में खबर न फैले, इसलिए कुछ देर बाद दोनों नेता बिना किसी शिकायत किए थाने से चले गए।