छत्तीसगढ़ में ‘सौ दिन सौ कहानियां’, स्कूल से जिला स्तर तक होगी प्रतियोगिताएं
रायपुर। बच्चों के पठन कौशल को बेहतर करने के लिए नई पहल की जा रही है। इसके तहत ‘सौ दिन सौ कहानियां’ कार्यक्रम शुरू किया जा रहा है। मीडिल स्कूलों के बच्चों के कहानी पढ़ने की गति और समझकर प्रश्नों के जवाब दे सकने के बारे में अध्ययन कर डाटा एकत्र किया जाएगा। समग्र शिक्षा के जिला मिशन समन्वयकों के माध्यम से यह जानकारी गूगल फार्म में भरनी होगी। इसके बाद वे राज्य परियोजना कार्यालय समग्र शिक्षा को यह जानकारी देंगे, ताकि यह पता लगाया जा सके कि बच्चों में सीखने का स्तर क्या है।
प्रत्येक स्कूल से कम से कम 20 विद्यार्थियों से यह जानकारी एकत्र की जाएगी। फिर यही जानकारी तीन माह बाद उन्हें नए गूगल फार्म के माध्यम से एकत्र की जाएगी। दोनों जानकारी की तुलना कर कार्यक्रम का प्रभाव का अध्ययन किया जाएगा। इस कार्यक्रम के अंतर्गत संकुल से जिला स्तर तक प्रतियोगिताओं के आयोजन के लिए तिथियां निर्धारित की गई है।
प्रतियोगिता के लिए निर्धारित तिथियों के अनुसार मीडिल स्कूलों में 20 दिसंबर को संकुल स्तर पर प्रतियोगिता होगी, जिसमें स्कूल स्तर से चयनित बच्चों को संकुल स्तर पर प्रतियोगिता में शामिल होने का मौका मिलेगा और विजेताओं को पुरस्कार दिया जाएगा। विकासखंड स्तर पर 27 दिसंबर को प्रतियोगिता आयोजित होगी। इसमें संकुल स्तर से चयनित बच्चों को विकासखंड स्तर पर प्रतियोगिता में शामिल किया जाएगा और विजेताओं को पुरस्कर दिया जाएगा। इसी प्रकार जिला स्तर पर 31 दिसंबर को आयोजित प्रतियोगिता में विकासखंड स्तर से चयनित बच्चे शामिल होंगे और विजेताओं को पुरस्कार मिलेगा।
बताते चलें कि राज्य के सभी मीडिल स्कूलों को इस वर्ष मुस्कान पुस्तकालय के अंतर्गत द्विभाषी कथा पुस्तकें दी गई हैं, जिसमें छोटी-छोटी कहानियां हैं। बच्चें पहले अंग्रेजी में कहानी पढ़कर समझने का प्रयास करेंगे और ठीक से समझ में नहीं आने पर उसका हिंदी में अनुवाद करकर समझने की कोशिश करेंगे। इन कहानियों को ठीक से समझने के बाद वे छोटे बच्चे को कहानियां सुनाएंगे। बच्चों को इन कहानियों को पढ़ने के बाद उन्हें प्रत्येक कहानी को पढ़ने की गति प्रति मिनट कितने शब्द और कहानियों के आधार पर पांच प्रश्नों को पूछकर उसमें से कितने प्रश्नों के सही जवाब दे सकते हैं यह पता किया जाएगा।