राजधानी में बिजली सब स्टेशन के कर्मचारी की मौत के बाद स्वजनों ने शव लेने से किया इंकार, मरचुरी के सामने दिया धरना
रायपुर। रावणभाठा स्थित बिजली सब स्टेशन में शनिवार को मरम्मत कार्य के दौरान लाइन परिचारक राम पटेल की करंट से झुलसकर हुई मौत के बाद रविवार को आंबेडकर अस्पताल के मरचुरी में मृतक के शव का पोस्टमार्टम कराया गया। मौके पर मौजूद स्वजनों ने शव लेने से साफ इंकार कर वहीं पर संविदा बिजली कर्मियों के साथ धरना दे दिया। स्वजनों की मांग थी कि उनके परिवार के एक सदस्य को अनुकंपा नियुक्ति और 50 लाख मुआवजा दिया जाए।
मांगे को पूरा करने बिजली वितरण कंपनी से लिखित में यह बात मांगी गई। इस दौरान मृतक के स्वजनों के साथ सैकड़ों संविदा कर्मचारी भी साथ खड़े थे। घंटों तक वहां हंगामा होता रहा। अधिकारियों और मृत कर्मचारी के स्वजनों के बीच किसी एक बात को लेकर सहमति नहीं बन पाई।
मुआवजा और अनुकंपा नियुक्ति की मांग को लेकर धरने पर बैठे मृतक के स्वजन सरोजलाल पटेल, रमेशर पटेल, भूखेराम पटेल और बिजली अधिकारियों के बीच वार्तालाप विफल रही। अंतत: अधिकारियों से लिखित आश्वासन नहीं मिलने से नाराज स्वजनों ने शव लेने से इंकार कर दिया। इसके बाद अधिकारी एक-एक करके वहां से खिसकते चले गए।
स्वजनों ने बताया कि जब तक उनकी मांग पूरी नहीं होंगी, वे राम पटेल का अंतिम संस्कार नहीं करेंगे। शव अभी भी आंबेडकर अस्पताल के मरचुरी में ही रखा है। बताते चलें कि बिजली सुधार के कार्य के दौरान लाइन चालू करने की वजह से कर्मचारी करंट की चपेट में आ गया था, जिसकी बाद में मौत हो गई थी।