प्रदेश में कलाकारों की पेंशन पर आय-सीमा में बढ़ोतरी पर छाई खुशी
रायपुर। छत्तीसगढ़ फिल्म उद्योग से जुड़े कलाकारों और साहित्यकारों ने संस्कृति विभाग से मिलने वाली पेंशन में आय-सीमा में बढ़ोतरी किए जाने पर खुशी जाहिर की है। कलाकारों ने संस्कृति मंत्री अमरजीत भगत से मिलकर आभार जताया। साथ ही राज्य के कलाकारों, निर्माता-निर्देशकों, तकनीशियनों व छत्तीसगढ़ी फिल्म उद्योग से जुड़े लोगों के लिए अवसर उपलब्ध कराने के लिए तैयार किए गए छत्तीसगढ़ फिल्म नीति 2021 के लिये भी धन्यवाद दिया है।
मालूम हो कि संस्कृति विभाग द्वारा आर्थिक सहायता (पेंशन) योजना के तहत वर्ष 2007 से 60 वर्ष से अधिक आर्थिक रूप से कमजोर कलाकारों एवं साहित्यकारों को मासिक आर्थिक सहायता दी जा रही है। इसके लिए पहले आय-सीमा परिवार के अकेले सदस्य के लिए 14 हजार 400 रुपये थी। वहीं दो सदस्यों के लिए 18 हजार रुपये थी। तीन या तीन से अधिक सदस्यों के लिए 24 हजार रुपये निर्धारित की गई थी।
लेकिन अब आय-सीमा को बढ़ाकर एकल सदस्य के लिए 72 हजार रुपये, दो सदस्यों के लिए एक लाख 44 हजार रुपये और तीन या तीन से अधिक सदस्यों के लिए दो लाख 16 हजार रुपये कर दिया है। इससे ज्यादा से ज्यादा कलाकारों और साहित्यकारों को इसका लाभ मिल सकेगा। आभार जताने वालों में अजय अग्रवाल, दिलीप षडंगी, प्रशांत ठाकर, तारिक खान, रिया, कुमार पंडित आदि शामिल रहे।
प्रौढ़ शिक्षार्थी आकलन: 30 को होगी महापरीक्षा
पढ़ना-लिखना अभियान की समय-सीमा भारत सरकार द्वारा सितंबर, 2021 तक बढ़ाई गई है। इस वर्ष प्रदेश में ढाई लाख असाक्षरों को साक्षर किए जाने का लक्ष्य है। इन प्रौढ़ शिक्षार्थियों के आकलन के लिए गुरुवार 30 सितंबर को परीक्षा अभियान का आयोजन प्रदेश के 28 जिलों में प्रात: 10 बजे से शाम पांच बजे तक किया गया है। परीक्षार्थियों को प्रश्न पत्र हल करने के लिए 3 घंटे का समय दिया जाएगा। शिक्षार्थी सुविधानुसार निर्धारित समय अवधि के भीतर आकलन में सम्मिलित हो सकेंगे।