रायपुर में एक साल से पुलिस के सामने घूम रहा था लूट का आरोपित, ऐसे चढ़ा हत्थे
रायपुर। डीडी नगर थाना क्षेत्र में 26 लाख रुपये की लूट की वारदात को अंजाम देने वाले आरोपित हरीश सेन को रिमांड में लेने पुलिस ने आवेदन दिया है। चौंकाने वाली बात यह है कि आरोपित एक साल से रायपुर के आसाराम के आश्रम का केयर टेकर बनकर रह रहा था। पुलिस विभाग की डायरी भी ठंडे बस्ते में चली गई थी। तेलीबांधा पुलिस ने हरीश सेन को कट्टे के साथ पकड़ा और उसका नाम सामने आया तो पुलिस को होश उड़ गए। पुलिस ने जानकारी जुटाई तो सामने आया कि क्राइम ब्रांच का अधिकारी बनकर लूट की वारदात को अंजाम देने के बाद से वह फरार है।
रिमांड में लेने के बाद पुलिस हरीश के बैंक खाते की जांच करेगी। इसके अलावा उसकी संपत्ति की जांच की जाएगी।साथ ही लूट की वारदात में शामिल अन्य आरोपितों को खोजने में जुटेगी।
नवंबर 2019 में स्टील कारोबारी के कर्मचारी से क्राइम ब्रांच का अधिकारी बनकर लूट की वारदात को अंजाम देने के बाद हरीश गुजरात फरार हो गया था। उसके कुछ साथियों को पुलिस ने पकड़ा था। उनके द्वारा हरीश सेन का नाम सामने आया था। कुछ दिन तक तलाश करने पर भी जब वह नहीं मिला, तो फाइल ठंडे बस्ते में चली गई। अब जब आरोपित पकड़ा गया है, तो डीडी नगर थाना पुलिस डायरी खोजने में लग गई है।
आश्रम का कहना नहीं है केयर टेकर
संत श्री आसारामजी आश्रम ने हरीश सेन को लेकर बयान जारी किया है। उसमें कहा गया है कि हरीश आशाराम के आश्रम में काम नहीं करता था। उसकी नियुक्ति नहीं की गई थी। आश्रम के बारे में भ्रामक और गलत बयानबाजी की जा रही है।
आरोपित को रिमांड में लेने आवेदन किया गया है। बाहर आने के बाद लूट के संबंध में पूछताछ की जाएगी।