छत्तीसगढ़

किसानों के लिए छत्तीसगढ़ में सुनहरा अवसर, जैव विविधता में मिलेगा पुरस्कार

रायपुर। भारतीय जैवविविधता पुरस्कार- 2023 के लिए अधिसूचना जारी हो गई है। भारत सरकार ने भारतीय जैव विविधता पुरस्कार (आइबीए) के लिए 30 नवंबर तक आवेदन मंगाए हैं। यह पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय, राष्ट्रीय जैव विविधता प्राधिकरण और संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम भारत की एक संयुक्त पहल है। यह प्रभावी जैव विविधता संरक्षण, जैविक संसाधनों के सतत उपयोग, पहुंच और लाभ साझा करने और जैव विविधता शासन की दिशा में काम कर रहे कार्पोरेट्स (सार्वजनिक और निजी दोनों) सहित व्यक्तियों, समुदायों और संस्थानों के प्रयासों को पहचानने के लिए एक अभिनव प्रक्रिया है।

पुरस्कारों को 2017 में राष्ट्रीय जैव विविधता प्राधिकरण में संस्थागत रूप दिया गया था और द्वि-वार्षिक रूप से दिए जाते हैं। 22 मई, 2021 को अंतरराष्ट्रीय जैव विविधता दिवस के समारोह के दौरान भारत जैव विविधता पुरस्कारों के छठे चक्र की घोषणा की गई थी। 7वें आइबीए चक्र के तहत पुरस्कार 2023 में दिए जाएंगे। प्रत्येक श्रेणी में विजेता को रुपये के नकद पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा।

प्रत्येक श्रेणी में एक लाख रुपये के नकद पुरस्कार के साथ पांच लाख और दो प्रशंसा प्रमाण पत्र दिए जाएंगे। आवेदन भरने के लिए इंदिरा गांधी कृषि विवि के प्रमुख वैज्ञानिक डा. दीपक शर्मा के मोबाइल न. 9826647509 पर संपर्क कर सकते हैं। अधिक जानकारी के लिए वेबसाइट http://nbaindia.org/blog/881/3//INDIABIODIVERSITYA.html के लिंक पर विजिट कर सकते हैं।

भारत जैव विविधता पुरस्कारों की 4 श्रेणियां इस प्रकार हैं
जैविक संसाधनों का संरक्षण और सतत उपयोग: इस पुरस्कार का उद्देश्य एक समान और टिकाऊ तरीके से जैविक संसाधनों के प्रभावी प्रबंधन और संरक्षण में शामिल व्यक्तियों, संस्थानों, कार्पोरेट्स (सार्वजनिक और निजी दोनों) के प्रयासों को मान्यता देना है।

सर्वश्रेष्ठ जैव विविधता प्रबंधन समिति: इस पुरस्कार का उद्देश्य लोक जैव विविधता रजिस्टरों के माध्यम से जैविक संसाधनों और संबद्ध पारंपरिक ज्ञान के प्रलेखन में जैव विविधता प्रबंधन समितियों (बीएमसी) के अनुकरणीय कार्य को मान्यता देना है। लोक जैवविविधता रजिस्टर (पीबीआर)त जागरूकता पैदा करनात जैव विविधता संरक्षण, सतत उपयोग, सामाजिक और लैंगिक समानता में सर्वोत्तम प्रथाओं की स्थापनात संसाधनों के संरक्षकों के साथ लाभों का अधिकारिता और समान बंटवारा ।

पहुंच और लाभ साझा करने को प्रोत्साहित करना: पुरस्कार का उद्देश्य एबीएस प्रक्रिया के पूर्ण चक्र का अभ्यास करने वाली संस्थाओं को मान्यता देना हैत संबंधित समुदायों और हितधारकों के साथ जैविक संसाधनों के उपयोग से होने वाले लाभों के उल्लेखनीय मौद्रिक या गैर-मौद्रिक न्यायसंगत बंटवारे को बढ़ाने वाली परियोजनाएं।

सर्वश्रेष्ठ लोक जैव विविधता रजिस्टर: इस पुरस्कार का उद्देश्य लोगों के जैव विविधता रजिस्टरों के दस्तावेजीकरण और एक्सेस एंड बेनिफिट शेयरिंग (एबीएस) क्षमता को साकार करने में डिजिटल प्रौद्योगिकी के उपयोग सहित पारंपरिक और साथ ही नवीन तरीकों की श्रेणी को पहचानना है।।

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