छत्तीसगढ़

बजट के अभाव में राजधानी में पुलों का निर्माण अधर में

रायपुर। राजधानी में जाम से जनता को राहत मिलती दिखाई नहीं दे रही है। राजधानी में यातायात सुगम बनाने के लिए लोकनिर्माण विभाग द्वारा आधा दर्जन ओवरब्रिज और अंडरब्रिज के निर्माण के लिए शासन को प्रस्ताव बनाकर भेजा था, लेकिन शासन ने बजट में किसी भी कार्य को शामिल नहीं किया है। इससे प्रोजेक्ट पर ग्रहण लगता दिखाई दे रहा है। सूत्रों के अनुसार बजट के अभाव में शासन ने प्रोजेक्ट को ठंडे बस्ते में डाल दिया है।

खम्हारडीह से कचना, टाटीबंध से भनपुरी मार्ग पर हीरापुर चौक और लाखौली से रायपुर में बढ़ते वाहनों के दबाव के कारण अक्सर हादसे की संभावना बनी रहती है। इस वजह से यातायात विभाग यहां पर ओवरब्रिज और अंडरब्रिज बनाने की मांग की थी। लोकनिर्माण विभाग के अधिकारी का कहना है कि ओवरब्रिज और अंडरब्रिज के निर्माण के लिए शासन को मंजूरी के लिए भेजा गया था, लेकिन शासन ने बजट में शामिल नहीं किया है।

ज्ञात हो कि राजधानी वासियों को जाम से निजात दिलाने के लिए कचना और खम्हारडीह रेलवे क्रासिंग पर 88 करोड़ 75 लाख रुपये की लागत से 865 मीटर लंबाई और 13 मीटर चौड़ाई का ओवरब्रिज बनाने के लिए शासन ने निर्णय लिया था, लेकिन पिछले बजट में उसकी स्वीकृति नहीं मिली थी। वाल्टेयर लाइन पर स्थित खम्हारडीह-कचना रेलवे क्रासिंग पर एक दिन में करीब 150 से 170 ट्रेनें मालगाड़ी और यात्री गाड़ी गुजरती हैं।

ट्रेन के गुजरने के पांच मिनट पहले रेलवे क्रासिंग को बंद कर दिया जाता है। पटरी पार करने में यात्रियों को 15 मिनट तक का समय लग जाता है। वहीं दूसरी तरफ हीरापुर रेलवे क्रासिंग पर स्थित अंडरब्रिज की चौड़ाई कम है और रेलवे क्रासिंग बंद कर दी गई है, जिससे बड़े वाहनों के आवागमन पर प्रतिबंध लग गया गया है, इसलिए हीरापुर रेलवे क्रासिंग पर 3,495 करोड़ की लागत से ओवरब्रिज का निर्माण कार्य का प्रस्ताव था।

जानिए पीडब्ल्यूडी ने कब भेजा प्रस्ताव

– खम्हारडीह कचना मार्ग पर ओवरब्रिज के निर्माण के लिए तीन बार प्रस्ताव भेजा गया। तीनों बार शासन ने बजट में शामिल नहीं किया।

– शंकर नगर खम्हारडीह कचनामार्ग पर वाल्टेयर रेलवे लाइन पर अंडरब्रिज के निर्माण के लिए 3 फरवरी, 2021 को प्रस्ताव।

– रायपुर लाखौली मार्ग पर अंडरब्रिज के निर्माण के लिए शासन ने 14 जुलाई, 2021 को प्रस्ताव।

– हीरापुर चौक पर फ्लाई ओवर के निर्माण के लिए दो बार शासन को प्रस्ताव।

– रायपुर स्थित कोटा भवानी नगर से सीता नगर गुढ़ियारी अंडरब्रिज का निर्माण 2271.00 रुपये की लागत से।

– रायपुर कोटा हीरापुर रेलवे लाइन पर ओवरब्रिज का निर्माण 3843.00 रुपये की लागत से।

आए दिन जाम से हो रहे दो चार

खम्हारडीह रेलवे क्रासिंग से यात्री गाड़ियों के साथ ही बड़ी संख्या में लगभग 150-170 मालगाड़ियां भी गुजरती हैं। इस ट्रैक से प्रतिदिन औसतन 50 ट्रेनें अप-डाउन रूट से जाती हैं। खम्हारडीह क्रासिंग में तैनात गार्ड ने बताया कि औसतन हर 15 मिनट पर फाटक को बंद करना पड़ता है। कई बार जंबो मालगाड़ी होने से क्रासिंग का गेट काफी देर तक बंद रहता है। इसके कारण अक्सर वाहनों की लंबी कतार लग जाती है।

वहीं दूसरी तरफ हीरापुर रेलवे क्रासिंग पर बनाए गए अंडरब्रिज की चौड़ाई कम है। अंडरब्रिज की लंबाई 38 मीटर और चौड़ाई मात्र 8.80 मीटर है। अंडरब्रिज की सुविधा उपलब्ध होने से लोगों को रेलवे क्रासिंग में फंसने के झंझट से तो राहत मिली है, लेकिन मुख्य मार्ग बंद होने से ट्रैफिक दबाब अंडरब्रिज पर अधिक पड़ रहा है। इससे अक्सर जाम की स्थिति बनी रहती है।

रेलवे क्रासिंग के बंद होने से मोहबाबाजार, कोटा कालोनी, हीरापुर, हर्षित विहार, पार्थिवी नगर, एसबीआई कालोनी, हाउसिंग बोर्ड कालोनी, कबीर नगर आदि रिहायशी इलाके के लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। ओवरब्रिज का निर्माण कार्य होने से यात्रियों को जाम से छुटकारा मिलेगा।

दो साल तक नहीं मिली मंजूरी तो प्रोजेक्ट रद

पीडब्ल्यूडी के अधिकारी ने बताया कि आधा दर्जन प्रोजेक्ट का प्रस्ताव बनाकर शासन को भेजा गया था। शासन ने प्रोजेक्ट में सुधार करने की बात कहकर इसे वापस लौटा दिया। पीडब्ल्यूडी ने फिर प्रस्ताव भेजा है। अभी मंजूरी नहीं मिली है। अधिकारी का कहना है कि यदि किसी प्रोजेक्ट को दो साल तक मंजूरी नहीं मिलती तो वह प्रोजेक्ट खुद-ब-खुद कैंसिल हो जाता है।

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