सीएम बघेल नें सचिन राव के साथ पारागांव गौठान का किया निरीक्षण,महिला समूहों का किया उत्साहवर्धन
रायपुर। महात्मा गांधी के सपनों के अनुरूप छत्तीसगढ़ की ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती देने सुराजी गांव योजना चलाई जा रही है।
इसके गरूवा घटक के अंतर्गत पारागांव में बनाए गए गौठान का मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मंगलवार को सचिन राव के साथ निरीक्षण किया। उन्होंने स्व-सहायता समूहों की ओर से गौठानों में स्थापित किए गए रूरल इंडस्ट्रियल पार्क में की जा रही आर्थिक गतिविधियों का जायजा लिया।
पारागांव के गौठान में निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री बघेल और सचिन राव ने महिला समूहों की ओर से किए जा रहे मुर्गी पालन, बकरी पालन, सब्जी उत्पादन, चारागाह विकास, साबुन और फिनाइल निर्माण, मिट्टी के सजावटी समान और दीया निर्माण की जानकारी ली। मुख्यमंत्री ने महिला समूहों का उत्साहवर्धन किया।
इस मौके पर कृषि मंत्री रविन्द्र चौबे, वन मंत्री मोहम्मद अकबर, नगरीय प्रशासन मंत्री शिव डहरिया, अन्य जनप्रतिनिधि, विशेष सचिव डॉ एस. भारतीदासन, कलेक्टर रायपुर सौरभ कुमार और जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी मयंक चतुर्वेदी सहित अनेक वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी उपस्थित थे।
निरीक्षण के दौरान दुर्गा स्व सहायता समूह की महिलाओं ने मुख्यमंत्री को गोबर के पाउडर से बने दिए, गमले एवं अन्य कलाकृतियां दिखाई। समूह की महिलाओं ने बताया कि दीपावली पर्व के लिए 10 हजार दिए बनाने का ऑर्डर मिला है। महिला सदस्यों ने बताया कि एक सदस्य एक दिन में लगभग 500 दीये बनाता हैं। इसका मूल्य ढाई रुपए प्रति नग तय किया गया है। समूह की महिलाओं ने कहा कि सरकार की रोजगारपरक योजनाओं से महिलाएं आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर हो रही हैं।
मुख्यमंत्री ने राव को वर्मी कम्पोस्ट बनाने की प्रक्रिया से अवगत कराया। बताया कि समूह की सदस्यों की ओर से पशुपालकों से 2 रुपए प्रति किलो की दर से गोबर खरीदी की जाती है। इससे 50 से 60 दिन में वर्मी कम्पोस्ट तैयार कर लिया जाता है। जो किसानों को समूह की ओर से 10 रुपए प्रति किलोग्राम के दर से उपलब्ध कराया जाता है।