छत्तीसगढ़ में सचिव आत्महत्या मामला ,मौके पर अमित जोगी ने पहुंचकर शासन से न्यायिक जांच के साथ , 50 लाख मुआवजे की मांग की
मरवाही । छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस के सुप्रीमों अमित जोगी ने पंडरी ग्राम में अपने पार्टी कार्यकर्ताओं , सरपंच और सचिव संघ के साथ मिलकर 2 घंटे चक्काजाम किया और अपनी माँगों को प्रशासन के समक्ष रखा। वहीं जाम और लोगों के आक्रोश को देखते हुए एसडीएम द्वारा सभी मांगो पर शासन स्तर पर जल्द अवगत कराने की बात कही।
जानें क्या है पूरा मामला
गौरतलब है कि मरवाही जनपद के 12 पंचायतों में 14 वे एवं 15 वे वित्त की राशि में बड़ी अनियमितता का आरोप झेल रहे ,निलंबित सचिव गुलाब सिंह तिंनगाम ने रविवार को अपने घर से दूर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। ग्राम मालाडाँड़ एवं डंडिया का सचिव गुलाब सिंह जिस अनिमितता को किया ही नहीं उसके आरोप से पीड़ित एवं व्यथित थे ।
वह लगातार पूरे मामले की जांच कराकर दोषियों पर कार्यवाही की मांग कर रहे थे परंतु निरंकुश शासन- प्रशासन उसे जांच के नाम पर सिर्फ परेशान किया जा रहा है जिसकी वजह से सचिव ने जंगल में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।
ये अत्यंत दुखद है वास्तव में जिन लोगों ने पूरी राशि का गबन किया है वह बड़े माफिया हैं। उन्होंने बड़े संरक्षण लेकर माननीय न्यायालय को भ्रमित करते हुए जांच प्रक्रिया को बाधित कर बच रहे है । ऐसे लोगों पर कड़ी कार्यवाही की मांग करते हुए पूरे मामले की न्यायिक जांच हो ,दोषियों पर कार्यवाही हो निर्दोष बक्शे जाएं।
जिस तरह मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अन्य राज्यों में जाकर पीड़ित परिवारों को सहायता दी है, उसी तरह मरवाही मैं मृतक गुलाब सिंह के पीड़ित परिवार को 50 लाख रुपये मुआवजा एवं परिजनों को भरण-पोषण के लिए एक व्यक्ति को अनुकंपा नियुक्ति की मांग करता हूँँl