छत्तीसगढ़ में बेमौसम बारिश की मार पर बोले मंत्री जी! थोड़े-मोड़े पानी में धान ख़राब नहीं होता, अभी शिकायत नहीं आई है
रायपुर। प्रदेश में बुधवार से धान खरीदी शुरू हो रही है। इससे पहले खाद्य मंत्री अमरजीत भगत का बड़ा बयान सामने आया है। उन्होंने सोमवार को पत्रकारों से हुई बातचीत में कहा है कि थोड़े-मोड़े पानी में धान ख़राब नहीं होता है। उनका कहना है कि ज्यादा पानी अगर भर गया है और उसमें धान रह जाता तो धान ख़राब होता। अभी तक इस तरह की शिकायत नहीं आई है।
अमरजीत भगत ने राजीव भवन में आयोजित एक बैठक के बाद यह बयान दिया है। उनसे पूछा गया कि बेमौसम वर्षा से कुछ किसानों का धान खराब हुआ है, उन्हें मुआवजा दिया जाएगा क्या ? उन्होंने इसके जवाब में कहा कि अभी इसकी शिकायत नहीं मिली है। थोडा मोड़ा पानी में धान ख़राब नहीं होता है। ज्यादा पानी अगर कहीं पर भराव हो गया और कई दिनों तक उसमें पड़ा रहेगा तो ख़राब होगा।
प्रदेश में पिछले दिनों बेमौसम बारिश होने की वजह से कई इलाकों में किसानों की फसलें खेत में ही ख़राब हुई है। लेकिन सरकार से जुड़े लोग इस नुकसान से वाकिफ होने के लिए तैयार नहीं है। प्रदेश में कांग्रेस सरकार आने के बाद से एक दिसंबर से धान खरीदी का नया रिवाज बना है। पहले यह एक नवंबर से शुरू होता था। धान की खरीदी लेट होने की वजह से किसान अपने फसलों की कटाई 15 नंवबर के बाद शुरू करते हैं। इस वजह से किसानों के फसल बेमौसम बारिश की चपेट में आकर ख़राब हो जाते है।
टोकना बंटना अच्छी पहल
टोकने के सही वितरण नहीं होने पर करवाई करने के सवाल पर अमरजीत भगत ने कहा कि किसानों की सुविधा के लिए ही टोकन की परंपरा की शुरुआत की गई है। पहले से जिनका टोकन बंटा रहेगा। वहीं धान खरीदी केंद्र में जाएगा और ये एक अच्छी पहल है।