राजधानी रायपुर के जिला पंचायत में स्वच्छ भारत अभियान स्वच्छता का मजाक – हुलास साहू
रायपुर। छत्तीसगढ़ ग्राम विकास संघर्ष समिति के अध्यक्ष हुलास साहू ने मीडिया को जानकारी देते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ के राजधनी रायपुर के जिला पंचायत भवन में शौचालय की दशा और दुर्दशा देखकर ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि सफाई व्यवस्था कितनी दुरुस्त है। स्वच्छ भारत अभियान का स्वच्छता का जिला पंचायत भवन में मजाक बनकर रह गया है।
शौचालय में 1 इंच से ज्यादा पानी भरा रहता है। दूसरे शौचायल में अंधेरा और गंदगी भरा पड़ा है शौचालय के बाहर जिला पंचायत ने बोर्ड लगाकर नारा लिखा है ” हम सबका का एक ही नारा, साफ सुथरा हो देश हमारा,” लिख देने से जागरूकता नहीं आ सकता। साथ ही साथ यह भी लिखा गया है कि “शहर को साफ सुथरा रखने में सहयोग दे” साफ सुथरा रखने सहयोग दे कहने और लिख देने से क्या जागरूकता पैदा हो पायेगा जिसे स्थानीय जनप्रतिनिधि और अधिकारी को समझने की जरुरत है और जिला पंचायत भवन की शौचालय की दशा और दुर्दशा देखकर आप समझ सकते हो कि पंचायती राज व्यवस्था से चुने हुए जिला पंचायत सदस्य और अध्यक्ष तथा जिला पंचायत के अधिकारी स्वच्छता के प्रति कितना गंभीर है।
आप लोग अंदाजा लगा सकते है कि राजधानी रायपुर जिला पंचायत की ये हाल है तो ग्रामीण क्षेत्रों के गाँवों की शौचालय की हालत कैसे होगी। आये दिन खबरें आते रहते है कि ग्रामीण क्षेत्रो के गाँवों की शौचालय की हालत भी बद से बदत्तर है। क्या इस तरह से हम स्वच्छ – स्वस्थ रहने की कल्पना कर सकते हैं? अब तो ऐसा लग रहा है कि इन जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों में स्वच्छता के प्रति जागरूकता लाने की पहल की जरूरत महसूस हो रहा है, जरूरत पड़ने पर जिला पंचायत भवन में ही स्वच्छता के प्रति स्वच्छता जागरुकता रैली निकालकर विरोध प्रदर्शन करूँगा।
समिति के सचिव धर्मेन्द्र बैरागी ने कहा कि जिला पंचायत की आदेश पर ही गांव-गांव में नारा लिखा गया है *मन के देवालय मंदिर अऊ तन के देवालय शौचालय* क्या शौचालय निर्माण और नारा लिख देने से ही शौचालय साफ सुथरा हो जायेगी? क्या गांधी जी का सपना पूरा हो पाएगा या सिर्फ कागजों ही स्वच्छ भारत का सपना पूरा कर रहे हैं क्या नारा लिखा देने से स्वच्छ मिशन का सपना पूरा हो पायेगा।