इस जिले के टेकारी स्कूल में शिक्षकों की कमीं… नौनिहालों के भविष्य से खिलवाड़…
आरंग। विकास खंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय के अंतर्गत आने वाले ग्राम टेकारी के उच्चतर, उच्च, पूर्व माध्यमिक व प्राथमिक शाला में ग्रामीणों के लगातार ध्यानाकर्षण के बाद भी शिक्षकों की कमी को दूर न कर नौनिहालों के भविष्य से खिलवाड़ किया जा रहा है। बीते दिनों शाला विकास समिति व ग्रामीण सभा की बैठक में यह मुद्दा एक बार फिर उठा जिस पर शिक्षकों की कमीं को अविलंब दूर कराने जिला शिक्षा अधिकारी का ध्यानाकर्षण के साथ-साथ क्षेत्रीय विधायक व नगरीय प्रशासन मंत्री शिव डहरिया व जिला प्रभारी मंत्री रवीन्द्र चौबे को भी ज्ञापन सौंपने का निर्णय लिया गया।
समिति की बैठक में शिक्षकों की कमीं के संबंध मे जानकारी चाहने पर बतलाया गया कि उच्चतर व उच्च माध्यमिक शाला में प्राचार्य सहित हिन्दी, अंग्रेजी व भौतिकी के व्याख्याता सहित नियमित भृत्य के 3 तथा चौकीदार का पद काफी अरसे से रिक्त पड़ा है। इसी तरह पूर्व माध्यमिक शाला में हिंदी व अंग्रेजी का शिक्षक नहीं है।
प्राथमिक शाला में विद्यार्थियों की दर्ज संख्या 125 है व शिक्षकों की संख्या 3 है पर शिक्षकीय कार्य करने के लिए मात्र 2 ही शिक्षक उपलब्ध हैं, क्योंकि एक शिक्षक को संकुल समन्वयक बना दिया गया है जो संकुल के कार्यों में व्यस्त रहता है। प्राथमिक शाला में 2 शिक्षकों की आवश्यकता होने की जानकारी देते हुए बताया कि बीते दिनों जारी स्थानान्तरण आदेश में टेकारी के इस प्राथमिक शाला में एक शिक्षक का पदस्थापना किया गया था, लेकिन टेकारी में ज्वाइनिग लेने के पहले ही उसकी पोस्टिंग दूसरे स्कूल में कर दी गई।
इधर ग्रामीणों की बैठक में भी शिक्षकों की कमी के चलते विद्यार्थियों के भविष्य से खिलवाड़ होने का मुद्दा जोर-शोर से उठा तथा ग्रामीण व्यवस्था के तहत शिक्षकों की व्यवस्था करते-करते ग्रामीणों की आर्थिक स्थिति चरमरा जाने की बात रखते हुये शासन-प्रशासन द्वारा शीघ्र ही कमीं दूर न होने पर तालाबंदी का भी आवाज मुखर हुआ । विचारोपरांत शाला विकास समिति के अध्यक्ष हुलास राम वर्मा, ग्रामीण सभा अध्यक्ष रामानंद पटेल, सरपंच नंदकुमार यादव व ग्राम के ही निवासी किसान संघर्ष समिति के संयोजक भूपेन्द्र शर्मा ने कोई सीधी कार्यवाही के पहले एक बार शासन – प्रशासन को ज्ञापन सौंप ध्यानाकर्षण कराने की जानकारी दी है।
इधर समिति की बैठक में कोरोना काल में आन लाइन पढ़ाई के लिये विद्यार्थियों के पास रखे मोबाइल का दुरूपयोग होने की शिकायत पर स्कूल परिसर में मोबाइल प्रतिबंध संबंधी शासन के आदेश का कड़ाई से पालन कराने व स्कूल परिसर में मोबाइल पाये जाने पर जब्त कर संबंधित विद्यार्थी के पालक को बुलाने व दंडित करने का भी निर्णय लिया गया।