इस जिले के अपोलो अस्पताल में 31 डॉक्टर और कर्मचारी समेत 100 बच्चों की रिपोर्ट आई पॉजिटिव….
बिलासपुर ।जिले में कोरोना संक्रमितों की संख्या लगातार डेढ़ से दो गुना दर से बढ़ने लगी है। कोरोना संक्रमितों के आंकड़े बता रहे हैं कि रोज नवजात शिशु से लेकर 17 साल के बच्चे संक्रमण के शिकार हो रहे हैं। इससे सर्वाधिक चिंता अब बच्चों की होने लगी है। क्योंकि, अभी 15 साल से ऊपर के बच्चों को वैक्सीन लग रहा है। इससे कम उम्र के बच्चों को संक्रमण से बचाना चुनौती है। स्थिति यह है कि कोरोना से नियंत्रण स्वास्थ्य विभाग से बाहर हो गया है।
बिलासपुर में शनिवार को अपोलो अस्पताल में 31 लोग संक्रमित पाए गए। इनमें डॉक्टर और कर्मचारी के अलावा अन्य लोग शामिल हैं। अपोलो हॉस्पिटल में शनिवार को रैपिड एंटीजन और TRUNET मिलाकर कुल 99 लोगों की जांच की गई। दोनों जांच में 31 लोग संक्रमित पाए गए। अपोलो के स्वास्थ्य कर्मियों के संक्रमित मिलने के बाद संपर्क में आने वाले अन्य लोगों की भी जांच कराई जाएगी।
शासकीय व निजी ऑफिस के साथ ही अब कोरोनावायरस अस्पताल में भी पहुंच गया है। इससे अस्पताल स्टॉफ के साथ ही मरीज भी सकते में आ गए हैं। इधर शहर भर में 24 घंटे के भीतर 369 कोरोना पॉजिटिव मिले हैं। कोरोना के कम्यूनिटी स्प्रेड का असर अब बच्चों में देखने को मिल रहा है। एक ही दिन में जहां 40 बच्चे कोरोना की चपेट में आए हैं। वहीं, संक्रमित बच्चों की संख्या 100 के करीब हो गई है। कोरोना वायरस का यह वैरिएंट खतरनाक रूप लेकर आया है।
लगातार संक्रमित बच्चों की संख्या को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने चिल्ड्रन वार्ड को कोरोना वार्ड बनाया है और उपचार की तैयारी भी शुरू कर दी है। पहली व दूसरी लहर में कोरोना वायरस बच्चों की पहुंच से दूर था। लेकिन, यह वैरिएंट बच्चों को चपेट में ले रहा है। यही वजह है कि परिवार के एक सदस्य के संक्रमित होने पर सभी सदस्य इसके संक्रमण का शिकार हो रहे हैं। इनमें बच्चे भी शामिल हैं। CMHO डॉ. प्रमोद महाजन ने बताया कि कंट्रोल रूम व निगरानी टीम को बच्चों के स्वास्थ्य पर ध्यान देने कहा गया है और संक्रमित बच्चों के परिजनों से सतत संपर्क बनाए रखने के निर्देश दिए गए हैं।