छत्तीसगढ़

प्रदेश में अब IAS नहीं, विधायक करेंगे स्वास्थ्य विभाग की खरीददारियां, जनप्रतिनिधियों को मिली बड़ी ज़िम्मेदारी

रायपुर। सरकारी अस्पतालों-क्लिनिक के लिए दवा, उपकरण, मशीन आदि की खरीदी के लिए सरकार ने 2012 में मेडिकल सर्विसेज कॉर्पोरेशन का गठन किया। अभी तक IAS अधिकारी ही अध्यक्ष और प्रबंध संचालक के तौर पर कॉर्पोरेशन के सर्वेसर्वा होते थे। अब सरकार ने विधानसभा के जरिए इसके प्रावधान में बदलाव कर राजनीतिक नियुक्तियों का रास्ता तैयार किया। लुंड्रा विधायक डॉ. प्रीतम राम को मेडिकल सर्विसेज कॉर्पोरेशन संचालक मंडल का अध्यक्ष बना दिया गया है।

अब तक अध्यक्ष रहे स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख सचिव अथवा सचिव केवल संचालक बनकर बोर्ड में रहेंगे। इसी के साथ राज्य सरकार ने स्वास्थ्य सेवाओं में दवा, मेडिकल उपकरण आदि की खरीदी से जुड़ी एजेंसी छत्तीसगढ़ मेडिकल सर्विसेज कॉर्पोरेशन के प्रबंधन में जनप्रतिनिधियों को भी शामिल कर लिया है।

जानिए नव नियुक्त अध्यक्ष और संचालकों के बारे में डॉ. प्रीतम बने अध्यक्ष स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव के करीबी माने जाने वाले डॉ. प्रीतम राम मेडिकल प्रेक्टिशनर रहे हैं। अपने कार्यकाल में वे खंड चिकित्सा अधिकारी रहे। बाद में सरकारी नौकरी छोड़कर पूर्णकालिक राजनीति में शामिल हो गए। डॉ. प्रीतम राम 2013 में पहली बार सामरी सीट से कांग्रेस के विधायक चुने गए। 2018 के चुनाव में कांग्रेस ने उन्हें लुण्ड्रा से टिकट दिया था।

डॉ. विनय जायसवाल, डॉ. के.के. ध्रुव, और नीलाभ दुबे बने संचालक सरकार ने मरवाही विधायक डॉ. के.के. ध्रुव और मनेंद्रगढ़ विधायक डॉ. विनय जायसवाल को भी संचालक मंडल में जगह देकर संचालक बना दिया है। दोनों पहली बार विधायक चुने गए हैं और मेडिकल प्रैक्टिशनर रहे हैं। सरकार ने सिंहदेव के एक और करीबी नीलाभ दुबे को भी कॉर्पोरेशन का संचालक बनाया है।डॉ. के.के. ध्रुव और डॉ. विनय जायसवाल बार-बार दिल्ली जाकर शक्ति प्रदर्शन करने वाले विधायकों की टीम का हिस्सा हैं।

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