मुख्यमंत्री निवास में छेरछेरा मांगने पहुंची महिलाएं खाली हाथ लौटीं
रायपुर। नया रायपुर में एनआरडीए दफ्तर के सामने तीन जनवरी से आंदोलन कर रहे किसान परिवार की महिलाएं मंगलवार को मांग पत्र को साथ लेकर छेरछेरा मांगने मुख्यमंत्री निवास रायपुर पहुंची। पुलिस ने बेरिकेट्स लगाकर उन्हें रोक दिया। आखिरकार इन महिला किसानों को मुख्यमंत्री निवास से बैरंग ही लौटना पड़ा।
बता दें कि सरकार तक अपनी आवाज पहुंचाने के लिए किसान परिवार लगातार कोशिश कर रहा हैं। इसी कड़ी में आज छत्तीसगढ़ के प्रमुख त्योहार छेरछेरा के दिन किसान परिवार की महिलाएं रायपुर पहुंची। मुख्यमंत्री निवास में मुख्यमंत्री से मुलाकात कर छेरछेरा पर अपना हक मांगने की कोशिश करती रहीं, लेकिन पुलिस ने उन्हें रोक दिया और उन्हें बैरंग लौटनी पड़ा।
मुख्यमंत्री निवास के सामने घेराबंदी
नवा रायपुर से शहर पहुंची महिलाओं को पुलिस ने सिविल लाइन स्थित मुख्यमंत्री आवास के सामने ही रोक दिया। महिलाएं शालीनता पूर्वक सीएम के दरवाजे तक जाने की मांग करती रहीं। पुलिस का कहना था कि सीएम इस वक्त उत्तर प्रदेश के दौरे पर हैं। महिलाओं का कहना था कि छेरछेरा छत्तीसगढ़ के किसानों का पहला और प्रमुख त्यौहार है। सीएम भी छत्तीसगढ़ के किसान हैं और आज के दिन कोई किसान अपने घर के दरवाजे बंद नहीं रखता है।
महिलाओँ ने बनाया था चार समूह
बतादें कि किसान मंच ने इसके लिए महिलाओं का चार समूह बनाया था। पहला समूह मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के राजधानी स्थित निवास छेरछेरा मांगने पहुंचा था। दूसरा समूह क्षेत्रीय विधायक आरंग के निवास जाकर और तीसरा समूह ने क्षेत्रीय विधायक अभनपुर के निवास जाकर छेरछेरा मांगा। वहीं चौथा समूह नवा रायपुर के बड़े बड़े बिल्डिंग में जाकर छेरछेरा मांगा।
मंत्री डहरिया से हुई मुलाकात
महिलाओँ का एक दल सुबह नगरीय प्रशासन मंत्री डाॅ शिव कुमार डहरिया के निवास पहुंचा। वहां महिला किसान के दल ने मंत्री से छेराछेरा मांगकर अपना बातों को रखा। वहीं दूसरे दल ने अभनपुर विधायक से मुलाकात कर अपनी बात रखी। वहीं एक दल ने नवा रायपुर की बड़ी बड़ी इमारतों में पहुंच अधिकारियों औऱ लोगों से छेरछेरा मां अपनी मांगों को रखा।