आरंग में ग्रामीणों से बदसलूकी और मारपीट के आरोपों से घिरे नगरीय प्रशासन और विकास मंत्री
रायपुर। बीते दिनों आरंग के रीवां गांव में ग्रामीणों से बदसलूकी और मारपीट के आरोपों से घिरे नगरीय प्रशासन एवं विकास मंत्री डॉ. शिव कुमार डहरिया ने सोमवार को अपनी सफाई दी। कांग्रेस प्रदेश कार्यालय राजीव भवन में पत्रकारों से चर्चा में उन्होंने घटना के बारे में बताते हुए कहा कि वहां किसी से मारपीट या बदसलूकी नहीं हुई है। भाजपा के कुछ लोग शराब पीकर हंगामा कर रहे थे, उन्हें हटाया गया है।
मंत्री ने कहा कि 9 जनवरी को वे रीवां में आयोजित एक भूमिपूजन कार्यक्रम में गए थे। उस दौरान स्थानीय साहू समाज के प्रतिनिधियों के अलावा स्थानीय जनप्रतिनिधि और ग्रामीण भी मौजूद थे। मंच पर ही गांव की महिलाओं से पानी को लेकर चर्चा हो रही थी। उसी समय कुछ असामाजिक तत्वों ने व्यवधान खड़ा कर दिया। मंच से उतरने पर मंत्री को कुछ अपशब्द कहे गए तो सुरक्षाकर्मियों द्वारा उन लोगों को हटाया गया।
भाजपा के लोग कुछ पचा नहीं पा रहे हैं- मंत्री
मंत्री ने बताया कि मुझे जानकारी मिली कि वो भारतीय जनता पार्टी के सदस्य थे जो गाली-गलौज और हल्ला-गुल्ला कर रहे थे। हमारे लोगों ने बस उन्हें हटाने का काम किया। किसी के साथ मारपीट नहीं की गई। कांग्रेस के नेता-कार्यकर्ता ऐसा मारपीट का काम नहीं करते। उन्होंने कहा कि प्रदेश ने भाजपा का प्रशासनिक और राजनीतिक आतंक देखा है। कहीं कोई कार्यक्रम होता है तो भाजपा के लोग शराब पीकर पहुंच जाते हैं और हंगामा करते हैं। हमारे प्रदेश के मुखिया एक किसान हैं। यह बात भाजपा के लोग पचा नहीं पा रहे हैं। इसलिए इस तरह के अनर्गल आरोप लगा रहे हैं।
सामाजिक सौहार्द बिगाड़ने की कोशिश- मंत्री
मंत्री डहरिया ने भाजपा पर इस घटना के जरिए सामाजिक सौहार्द बिगाड़ने की कोशिश का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि वायरल वीडियो का इस्तेमाल भाजपा कार्यकर्ताओं ने सामाजिक सौहार्द बिगाड़ने के लिए किया। भाजपा कार्यकर्ताओं ने वॉट्सएप ग्रुप में इसे जिला साहू समाज के अध्यक्ष देवनाथ साहू का अपमान करके प्रसारित किया। जानकारी होने पर खुद साहू ने इस घटना का खंडन किया है।