छत्तीसगढ़ में नाखून और दांत के लिए तेंदुए को करंट लगाकर मारा, 5 गिरफ्तार
बिलासपुर। छत्तीसगढ़ में वन विभाग द्वारा वन अपराधों की रोकथाम के लिए अभियान लगातार जारी है। इसी के चलते 7 फरवरी को सूचना मिली कि वन परिक्षेत्र बिलासपुर अन्तर्गत सोठी सर्किल के बिटकुला बीट के कक्ष क्रमांक 12 आर.एफ. घानाकछार जंगल के नाले में एक वन्य प्राणी तेन्दुआ मृत हालत में पड़ा हुआ है।
सूचना मिलते होते ही वन वृत्त बिलासपुर के मुख्य वनसंरक्षक नाविद शुजाउद्दीन वनमण्डल बिलासपुर के निर्देश पर वनमण्डलाधिकारी कुमार निशांत, सुनिल कुमार एवं वन परिक्षेत्र बिलासपुर के वन परिक्षेत्र अधिकारी एएस नाथ एवं बिलासपुर परिक्षेत्र के कर्मचारी मौका घटना स्थल पर मौका मुआयना किया गया। प्रथम दृष्टिया शिकार के संदेह होना पाया गया।
वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशानुसार 7 फरवरी को सायंकाल हो जाने के कारण वनकर्मियों को मृत तेन्दुआ की सुरक्षा में देख-भाल हेतु रखा गया। इसके बाद 8 फरवरी को वनमण्डलाधिकारी एवं वन परिक्षेत्र अधिकारी बिलासपुर तथा परिक्षेत्र के वनकर्मियों की उपस्थिति में शासकीय पशु चिकित्सकों की उपस्थिति में शव विच्छेदन नियमानुसार किया गया जिसमें चिकित्सकों द्वारा प्रथम दृष्टया विद्युत करंट से मृत होने की संभावना बताई गई।
वन्य जीव तेन्दुआ का अवैध शिकार का खोजबीन तथा जांच पड़ताल सुक्ष्मता करने हेतु कुमार निशांत वनमण्डलाधिकारी बिलासपुर के द्वारा वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक बिलासपुर श्रीमती पारूल माथुर से सांमाजस्य स्थापित कर संयुक्त रूप से अभियुक्तों की पातासाजी करने पुलिस एवं वन विभाग की टीम गठित किया गया।
11 फरवरी को दो व्यक्ति संतोष कुमार धनुहार पिता सगन साय धनुहार उम्र 35 वर्ष पता बनुहार पारा, पोस्ट-निरंतु, थाना-सीपत, जिला-बिलासपुर (छ.ग.) और नंदकुमार पटेल पिता बिसालिक राम पटेल उम्र 50 वर्ष पता बंगलाभाठा, पोस्ट-निरंतु, थाना-सीपत, जिला-बिलासपुर (छ.ग.) के द्वारा शिकार करने की पुष्टि उनके बयान एवं मेमोरण्डम कथन के अनुसार विद्युत करंट से शिकार करना स्वीकार किया गया।