रायपुर। राजधानी के सिविल लाइन इलाके में एक युवक ने मुख्यमंत्री निवास के पास खुद पर पेट्रोल डालकर आत्महत्या करने की कोशिश की। युवक अपने हाथ में पेट्रोल का बोतल लेकर जोर-जोर से आत्महत्या कर लूंगा कहकर चिल्लाने लगा। शोर सुनकर सीएम हाउस के सुरक्षा में लगे पुलिस युवक के पास पहुंचे। इसके बाद पुलिस की गाड़ी में बैठाकर युवक को थाने लाया गया। पुलिस ने यहां उसे शांत किया।
पूछताछ में युवक ने बताया कि उसका नाम सुमित माटा है और वह महावीर नगर शुभम विहार का रहने वाला है। सुमित ने कहा कि उससे जुड़े एक मामले में राजेंद्र नगर थाने की पुलिस केस दर्ज नहीं कर रही, इसलिए उसने परेशान होकर जान देने की सोची। पुलिस ने युवक के घर वालों को खबर दी। रात को इसे थाने में ही काफी देर तक बिठाए रखा।
दरअसल, सुमित माटा 14 फरवरी को शहर के राजेंद्र नगर थाने में पहुंचा था। यहां उसने अपने साथ हुई वारदात की शिकायत की। अपनी शिकायत में सुमित ने बताया है कि 14 फरवरी की शाम करीब 5:30 बजे महावीर नगर साईं मंदिर के पास अपने दोस्त श्रेयांश के साथ ठेले में मोमोस खा रहा था। तभी वहां पर ब्रेजा कार से कृष्णा लखवानी और उसके साथी विक्का सिधु, सहेज जीवान, विशाल लखवानी पहुंचे। कृष्णा लखवानी ने गालियां देते हुए कहने लगा उसका का भाई सोहन तुम्हारे साथ घूमता है, ये पसंद नहीं उसका साथ छोड़ दो। इतना कहकर उन सभी ने उनकी पिटाई कर दी। विशाल लखवानी ने श्रेयांश को कोई नुकीले चीज से मारा जिसे उसके पीठ में खून निकलने लगा। श्रेयांश वहां से भाग गया।
मारपीट के बाद कृष्णा लखवानी ने सुमित को कार में बैठाकर, टिकरापारा लेकर गये वहां भी उसे पीटा। सुमित ने अपने पिता राजेश माटा को फोन कर मदद मांगी तब लड़कों ने उसे छोड़ा। अब सुमित इस बात से परेशान है कि पुलिस ने हत्या का प्रयास, चाकू से हमला और अपहरण कर ले जाकर पीटने की वजह से गंभीर धाराओं में युवकों के खिलाफ केस दर्ज नहीं किया। अब अफसर इस मामले में कार्रवाई की बात कह रहे हैं।