छत्तीसगढ़ विधानसभा बजट सत्र के 8वें दिन भाजपा विधायक सौरभ सिंह ने सदन में उठाया वेंटिलेटर का मुद्दा, जांजगीर-चांपा में वेंटिलेटर खरीदी की होगी जांच
रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा बजट सत्र के 8वें दिन प्रश्नकाल के शुरुआत से ही विपक्ष, सरकार को घेरते दिखी। छत्तीसगढ़ विधानसभा में विभिन्न मुद्दों पर तीखी बहस जारी है। इस बीच जांजगीर-चांपा में वेंटिलेटर खरीदी का मुद्दा भी विधानसभा में जोरों से गरमाया। इस मुद्दे को भाजपा विधायक सौरभ सिंह ने सदन में उठाया। विधायक ने कहा कोरोना को आपदा में अवसर की तरह बदला गया.सौरभ सिंह ने खरीदी की प्रक्रिया पूछी? जिसके बाद वन मंत्री मोहम्मद अकबर ने इस मामले पर सरकार की तरफ से इसका जवाब दिया।
आपको बता दे जांजगीर-चांपा जिले में 28 वेंटिलेटर की खरीदी की गई और यही बात वन मंत्री ने भी सदन के सामने अपने जवाब में रखी। मोहम्मद अकबर ने बताया कि इसके लिए 5 करोड़ रुपए व्यय हुए हैं। यह सारी खरीदी कोटेशन मंगाकर की गई है।
वेंटिलेटर की खरीदी पर उठाया सवाल
सौरभ सिंह ने सवाल उठाया कि पिछले सत्र में जांजगीर-चांपा में 5 वेंटिलेटर होने की जानकारी दी गई थी तो शेष 21 वेंटिलेटर कहां गए? उन्होंने आरोप लगाया कि केवल दो कंपनियों से कोटेशन मंगाकर तीन अलग-अलग निर्माताओं के वेंटिलेटर अलग-अलग कीमतों पर खरीद लिए गए।
कोरोना को आपदा में अवसर की तरह बदला गया.सौरभ सिंह ने खरीदी की प्रक्रिया पूछी? उन्होंने जांच की मांग की। सौरभ सिंह के इस पर सवाल किया कि कितनी कंपनी के कोटेशन आए थे? मंत्री ने बताया कि कंपनी अलग-अलग थी. इसलिए रेट अलग-अलग आए. भाजपा सदस्य ने कहा कि सिंगल कोटेशन पर वेंटिलेटर की ख़रीदी की गई है. एक ही कंपनी ने अलग-अलग ब्रांड के वेंटिलेटर बेचे गए.
विधानसभा अध्यक्ष के हस्तक्षेप के बाद मंत्री ने मामले की जांच कराने की घोषणा की है।