पेंड्रा । जिले में 12 से 14 वर्ष के बच्चों को कोरोना वायरस से बचाने के लिए वैक्सीनेशन किया जा रहा है, लेकिन इसमें स्कूल प्रबंधन और स्वास्थ्य विभाग द्वारा लापरवाही बरती जा रही है। इसके चलते एक 11 साल की बच्ची का वैक्सीनेशन कर दिया गया, इससे उसकी तबीयत बिगड़ गई। जिसके बाद आनन-फानन में अस्पताल में भर्ती किया गया है।
ये है मामला :
मिली जानकारी के अनुसार पेंड्रा के शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला सरकारी पारा में 11 वर्ष की बच्ची कामनी यादव को वैक्सीन की डोज दे दी गई, जिससे उसकी तबीयत बिगड़ गई। परिजन ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पेंड्रा में भर्ती कराया है।
यह वैक्सीनेशन में लापरवाही का मामला है, क्योंकि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के द्वारा जारी किए गए निर्देश में 12 से 14 वर्ष के बच्चों को कोरोना वैक्सीनेशन लगाना है, लेकिन स्कूल प्रबंधन एवं स्वास्थ्य विभाग द्वारा अपना टारगेट पूरा बचते करने के चक्कर में बच्ची का डेट ऑफ बर्थ 1 जनवरी 2010 लिखकर बच्ची का वैक्सीनेशन करा दिया गया जिससे बच्ची की तबीयत बहुत बिगड़ गई। इस संबंध में जिम्मेदार अधिकारियों से बात करनी चाही गई तो वह जवाब देने से बचते नजर आ रहे है।
स्कूल प्रबंधन पर परिजनों ने लगाए आरोप :
बच्ची के पिता श्याम यादव और परिजन ने आरोप लगाया कि बच्ची का वैक्सीनेशन होने से पहले स्कूल प्रबंधन द्वारा उन्हें किसी प्रकार की जानकारी नहीं दी गई और बच्ची को वैक्सीनेशन लगा दिया गया। जब बच्ची बेहोश हो गई तो शिक्षका द्वारा फोन से जानकारी दी गई कि आपकी बेटी सीरियस है। फौरन स्कूल आ जाइए। परिजनों का आरोप है कि बच्ची के बेहोश होने के बाद बच्ची को वही टाटपट्टी में छोड़कर सभी स्टाफ के लोग चले गए, जब परिजन स्कूल पहुंचे तो बच्ची वहीं पर लेटी मिली।