CM भूपेश को “आप”की नसीहत, हसदेव अरण्य जंगलों के ऊपर से भी देखें बर्बादी की दास्ताँ : नीरज साहू
रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के छत्तीसगढ़ के धुंआधार दौरे के बीच आम आदमी पार्टी ने भूपेश बघेल से निवेदन किया है कि CM अपने हेलीकॉप्टर को थोड़ा हसदेव अरण्य के जंगलों की तरफ मोड़ कर जंगल मे घने पेड़ो की आबादी और अडानी कोल् ब्लॉक के लिए हो रही बर्बादी का अवलोकन भी कर लें। आप युथ विंग प्रदेश सचिव नीरज साहू ने CM को ट्वीट एवं पत्र के माध्यम से अनुरोध किया है कि जिस तरह से हसदेव अरण्य के जंगलों , उनमे रह रहे लाखो जंगली जीव जंतु , हजारों आदिवासी परिवार को बेघर किया जा रहा है उस पर तत्काल रोक लगाई जाए।
आम आदमी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष कोमल हुपेंडी ने बताया कि छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा परसा ईस्ट केटे बेसन कोयला खदानों के दूसरे चरण को 6 अप्रैल को अंतिम मंजूरी दिए जाने के बाद सुरजपुर जिले में पेड़ो की कटाई शुरू हुई। दोनों परियोजनाएं राजस्थान राज्य विद्युत उत्पादन निगम के स्वामित्व में हैं और अदानी समूह द्वारा संचालित हैं। उन्होंने कहा कि गांव के लोग लंबे समय से इस परियोजना का विरोध कर रहे थे लेकिन राज्य ने मुख्यमंत्री और राज्यपाल से फर्जी सहमति पत्रों को देखने के लिए लोगों की अपील के बावजूद परियोजना के लिए मंजूरी दे दी थी कि अधिकारियों ने 2019 में पंचायत सचिवों को हस्ताक्षर करने के लिए कहा था। कार्यकर्ताओं ने आकलन किया है कि परसा कोयला ब्लॉक में खनन शुरू करने के लिए 200,000 से अधिक पेड़ों को काटना होगा।
प्रदेश सचिव नीरज साहू ने जल जंगल जमीन को बचाने के लिए आम जनता से अपील की है : जल जंगल जमीन है हम सबकी जिम्मेदारी , आओ मिलकर इसे बचाये संगवारी” । इस मुहिम के तहत हसदेव अरण्य जंगलो की कटाई पर रोक लगाने जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। आम आदमी पार्टी के सभी साथी इस मुहिम के तहत जंगल बचाने हर संभव सहायता करेंगे एवं वहाँ निवासरत आदिवासी भाइयों बहनो के हक़ की लड़ाई लड़ेंगे। श्री नीरज साहू ने बताया कि छत्तीसगढ़ के कोरबा, सरगुजा और सूरजपुर जिलों को कवर करने वाले हसदेव वन 170,000 हेक्टेयर क्षेत्र में फैले हुए हैं।
यह एक प्रसिद्ध प्रवासी गलियारा है और इसमें हाथियों की महत्वपूर्ण उपस्थिति है। यह महानदी की सबसे बड़ी सहायक नदी हसदेव नदी का जलग्रहण क्षेत्र भी है। इस क्षेत्र को 2009 में केंद्र द्वारा खनन के लिए ‘नो-गो जोन’ घोषित किया गया था। इसके बावजूद, क्षेत्र में खनन जारी रहा क्योंकि ‘नो-गो जोन’ की नीति को अंतिम रूप नहीं दिया गया था। छत्तीसगढ़ की कांग्रेस और केंद्र की भाजपा सरकार की कॉरपोरेट घराने की नीति से जनता के साथ साथ प्रयावरण को बहुत बड़ा खतरा है , आज के फायदे के लिए ये लोग किसी को भी बेच देंगे। जहां एक ओर कांग्रेस सत्ता में आने से पहले कोल् ब्लॉक आबंटन को लेकर छत्तीसगढ़ को जनता को छल रही है वहीं कांग्रेस के सभी नेता आंख बंद कर के बैठे हैं । ये सब भूल रहे कि इससे आगे आने वाली पीढ़ी को कितना नुकसान होगा। यह एक प्रादेशिक या देश नही अपितु विश्व समुदाय के लिए भी खतरा है। ग्लोबल वार्मिंग पर इसका सीधा प्रभाव होगा। अगर छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार इस पर रोक नही लगाती तो आम आदमी पार्टी युवा विंग द्वारा व्यापक आंदोलन किया जाएगा। आप यूथ प्रदेश अध्यक्ष तेजेन्द्र तोड़कर , प्रवक्ता प्रियंका शुक्ला , आशुतोष गोपाल , आभा देवदास , विवेक सिंह , अमित मिश्रा , रमाशंकर मिश्रा, विकास पांडेय , रवि साहू एवं सम्पूर्ण छत्तीसगढ़ से क्रांतिकारी युवा इस आंदोलन के मुख्य संरक्षक हैं।