छत्तीसगढ़ में समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री बोले – हमारी नीतियों का लाभ हुआ है, सभी अधिकारी-कर्मचारी दायित्वों का निष्ठापूर्वक निर्वहन करें
जगदलपुर। सीएम भूपेश बघेल ने आज सर्किट हाउस में अधिकारियों की समीक्षा बैठक ली जिसमे उन्होंने पानी को महत्त्व देने और उसे सहेजने की बात पर जोर दिया। सीएम ने कहा हमें मूलरूप से नाला पर काम करना जरूरी है। खेती का समय आ रहा है। पानी की आवश्यकता सभी को है, यदि पानी की कमी रही तो जानवर शहरों का रुख करते हैं और पक्षी पलायन करते हैं।
उन्होंने कहा – हमारी नीतियों का लाभ मिल रहा है, लोगों की आय में जबरदस्त वृद्धि दर्ज हुई है। खेती के प्रति आकर्षण बढ़ गया है तो पानी की जरूरत भी बढ़ी है। पानी की बढ़ती उपयोगिता को देखते हुए पानी को सहेजने की आवश्यकता है। फ़ारेस्ट एरिया में नरवा नालों में स्टाप डेम का विकास ज़रूरी है। नदी नालों में जल का स्तर कम हो गया है इसलिए हमें प्राथमिकता के साथ जल संरक्षण के कार्य करने हैं।
नरवा के कामों की मॉनिटरिंग कलेक्टर करें, चाहे वे वन क्षेत्रों में भी हों। जमीन एवं वनों के वास्तविक स्वामी आदिवासी हैं, वन विभाग की जिम्मेदारी प्रबंधक की है। आय बढ़ी तो लोगों के जेब में पैसा आया है, यही कारण है कि साढ़े तीन साल में नक्सली कम हुए। अब भर्ती तक नही कर पा रहे हैं।
सब ग्रामीणों को काम मिलेगा तो नक्सली भर्ती बन्द होगी, नक्सली अपने आप खत्म होंगे।
सीएम ने आगे कहा – उपलब्ध चीज़ों का वैल्यू एडिशन करते जाएं, आय बढ़ेगी। सभी विभागों का उद्देश्य सभी को काम मिले, यह होना चाहिए। लोगों को रोजगार से जोड़े, कृषि कार्य में संलग्न करें, वनोपज संग्रहण, वनोपज का वैल्यू एडिशन करें, इससे लोग प्रोत्साहित होंगे।
इन विषयों पर काम करने के दिए निर्देश
पानी की प्रबन्ध पहली आवश्यकता है। स्थानीय किसानों को तिलहन फसल लगाने के लिए प्रेरित करें। साढ़े तीन साल में बड़ा बदलाव आया है। लोगों का बढ़ा है विश्वास। राजस्व प्रकरणों के निराकरण हेतु शिविर लगाएं।
अधिकारियों की जिम्मेदारी है कि वे सरकार के फैसलों की जानकारी ज्यादा से ज्यादा लोगों को दें।
सभी अधिकारी-कर्मचारी दायित्वों का निष्ठापूर्वक निर्वहन करें। आप सभी के सहयोग हम साढ़े तीन वर्षों में लोंगो का विश्वास जितने में सफल हुए हैं।
भेंट-मुलाकात में सबसे ज्यादा डिमांड सहकारी बैंक की आ रही है। बैंकिंग काम तेजी से करें। बैंक की मांग लगभग सभी जगह है, जहां घोषणा हुई है, वहां बैंक खोलें।
हाट बाजार क्लिनिक को और मजबूत करें, बारिश में जल आधारित बीमारियों के बढ़ने की आशंका रहती है, ऐसे में स्वास्थ्य विभाग सजगता काम करे।