बिलासपुर। जिले में स्वास्थ्य विभाग और CMHO की टीम ने मिलकर एक अस्पताल में छापामार कार्रवाई की है जिसके बाद अस्पताल को सील कर दिया गया है। जानकारी के मुताबिक़ उसलापुर स्थित दयावती मल्टी स्पेशलिटी हॉस्पिटल को सील कर दिया है। दरअसल नर्सिंग एक्ट का उल्लंघन करने की वजह से अस्पताल का पंजीयन निरस्त कर दिया गया था जिसके बाद भी उसे संचालित किया जा रहा था जिसके बाद अस्पताल को सील कर दिया गया है।
अस्पताल पर नर्सिंग एक्ट का उल्लंघन करने का आरोप था जिसके बड़ा अपस्ताल के संचालन पर रोक लगाईं गई थी जिसके बाद भी अस्पताल संचालित हो रहा था जिसकी सूचना के बाद स्वास्थ्य विभाग और CMHO की टीम ने दबिश देकर अस्पताल को सील कर दिया है।
किराए पर बुला रहे थे डॉक्टर
जानकारी के मुताबिक़अस्पताल प्रबंधन के पास न तो डॉक्टर थे और न ही अस्पताल में उपलब्ध होने वाली सुविधाएं लेकिन इन सबके बावजूद अस्पताल का संचालन हो रहा था और मरीज भर्ती भी किए जा रहे थे और उनका इलाज भी किया जा रहा था। चिंता जनक बात तो यह है कि वहां उपस्थित डॉक्टर भी उनके खुद के नहीं थे बल्कि डॉक्टरों को किराए पर बुलाकर मरीजों का इलाज किया जा रहा था।
कोरोना काल में जब अस्पतालों की कमी होने लगी तब अस्पताल को शुरु कर दिया गया और मरीजों से अपस्ताल ने खूब पैसे कमाए। इसके बाद जब इसकी जानकारी स्वास्थ्य विभाग को लगी तब नर्सिंग एक्ट टीम ने इसका निरिक्षण किया जिस दौरान अस्पताल में काफी खामियां पाई गई थी जिसके बाद अस्पताल को नोटिस दिया गया था। अस्पताल प्रबंधन ने सोचा था कि उनका लाइसेंस पास हो जाएगा जिस वजह से उन्होंने मरीजों की भर्ती चालू रखी।
रिपोर्ट में बताया गया कि उसलापुर स्थित दयावती अस्पताल में नर्सिंग होम एक्ट का पालन नहीं हो रहा है। लिहाजा, इसे लाइसेंस नहीं दिया जाए। इसके बाद स्वास्थ्य विभाग ने 26 मई को अस्पताल प्रबंधन को नोटिस जारी कर अस्पताल को बंद करने का निर्देश दिया।