बड़ी खबर : छत्तीसगढ़ में बच्ची के साथ सरेंडर करने पहुंची 5 लाख रुपए की इनामी नक्सली, 55 जवानों के शहीद करने वाली घटना में थी शामिल
बीजापुर। पुलिस प्रशासन को आज एक बहुत बड़ी कामयाबी मिली है। प्रदेश में नक्सली घटनाओं में कमी होने और राज्य सरकार की योजनाओं से प्रभावित होकर आज एक बड़ी महिला नक्सली ने जवानों के सामने आत्मसमर्पण कर दिया है। आत्मसमर्पण के दौरान महिला की बेटी भी साथ थी।
पुलिस के मुताबिक़ इस महिला नक्सली पर 5 लाख रुपए का इनाम था। महिला नक्सली नक्सल संगठन में लगभग 20 सालो से सक्रिय थी और वर्तमान में LOS (लोकल ऑब्जर्वेशन स्क्वायड) कमांडर के पद पर सक्रिय थी। सोमली के पति का नाम मुइया है जिसने पहले ही समर्पण कर दिया था। मुइया भी बड़ा नक्सली था।
महिला माओवादी का नाम सोमली सोढ़ी उर्फ वनिता (32) है और ये बीजापुर की है। साल 2005 में मद्देड़ एरिया कमेटी सचिव ज्योतिक्का ने पेद्दाकोवाली LOS डिप्टी कमांडर का पद सौंपा। वहीं साल 2006 में मद्देड़ एरिया कमेटी डॉक्टर टीम अध्यक्ष के पद पर संगठन में काम किया।
जिसके बाद साल 2007 में जनवरी से मार्च तक 11 नं प्लाटून बी सेक्शन डिप्टी कमांडर के पद पर संगठन में ही कार्य करती रही। महिला माओवादी की फुर्ती देखकर संगठन के बड़े कैडर्स लगातार इसे नई जिम्मेदारी देते रहे। साल 2018 से 2021 तक नागारम LOS कमांडर के पद पर सक्रिय रही। कई बड़ी वारदातों को अंजाम दिया है।
वनिता साल 2004 से लेकर 2017 तक पुलिस पार्टी पर हमला करने जैसी वारदातों में लगातार सक्रिय रही थी। साल 2007 में बीजापुर जिले के रानी बोदली में पुलिस कैंप पर माओवादियों ने हमला किया था। जवानों को चारों तरफ से घेर लिया था। नक्सलियों ने ताबड़तोड़ फायरिंग करनी शुरू कर दी थी। जिसका जवानों इस भी मुंहतोड़ जवाब दिया था। हालांकि दोनों तरफ से हुई गोलीबारी में 55 जवान शहीद हो गए थे। यह छत्तीसगढ़ राज्य गठन के बाद पहला सबसे बड़ा नक्सली हमला था।