छत्तीसगढ़

छत्तीसगढ़ के हसदेव मामले में मुख्यमंत्री की दो टूक: सिंहदेव की सहमति के बिना पेड़ क्या एक डंगाल नहीं कटेगा

रायपुर। हसदेव अरण्य के बचाव में क्षेत्र के लोग लगातार लगे हुए है। वहीं इसे लेकर प्रदेश में राजनीति तेज होती जा रही है। लगातार हसदेव अरण्य से वनों की कटाई पर विरोध जताया जा रहा है।

हसदेव अरण्य मामले में स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव के बयान पर प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि “जहां तक स्वास्थ्य मंत्री टीएस बाबा के बयान कि बात है। गोली चलाने की नौबत ही नहीं आएगी। कोई गोली चलाए उसके पहले ही गोली चलाने वाले पर गोली चल जाएगी।

 

जहां तक बात है कि यदि टीएस सिंहदेव नहीं चाहते की वहां पेड़ न कटे तो वहां पेड़ तो क्या एक डंगाल भी नहीं कटेगा। बाबा साहब उस क्षेत्र के विधायक है अगर वे नहीं चाहते और उनकी सहमति नहीं बनेगी तो वहां एक डंगाल भी नहीं कटेगी।

बीजेपी पर भी कसा तंज
मुख्यमंत्री बघेल ने पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल के बयान पर भी जवाब दिया है। उन्होंने कहा कि, अगर बृजमोहन जी को लग रहा है कि इसका इतना विरोध हो रहा है तो, वे भारत सरकार से मांग करें कि जो कोयला आबंटन और खदान आबंटन किए है उसे निरस्त कर दें। “ना रहेगी बांस ना बजेगी बांसूरी।”

 

जानिए… क्या कहा था मंत्री टीएस सिंहदेव ने
दरअसल, हसदेव अरण्य को बचाने के लिए पिछले 96 दिनों से धरने पर ग्रामीण बैठे हुए है। सोमवार को प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव क्षेत्रीय दौरे के दौरान ग्रामीणों से मिले। इस दौरान उन्होंने कहा था कि जंगलों का विनाश करके कोयला खनन नहीं होना चाहिए। ग्रामीण एकजुट हुए तो उनकी जमीन कोई नहीं ले सकता। मंत्री सिंह देव ने कहा था कि यदि पुलिस गोली चलाती है तो पहली गोली मेरे सीने पर चलेगी।

आपको बता दें कि एक तरफ जहां प्रभावित इलाके के ग्रामीण पेड़ नहीं कटने देने पर अड़े हैं वहीं राजस्थान सरकार अपने यहां ब्लैक आउट का खतरा जताते हुए जल्द खनन शुरू कराने की बात कह रही है।

 

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