छत्तीसगढ़ में अग्निपथ योजना से सेना में भर्ती के 4 साल बाद क्या करेगा बेरोजगार युवा, केंद्र सरकार की नीयत ठीक नहीं लग रही : मुख्यमंत्री
रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अलग-अलग मुद्दों पर केंद्र सर्कार की जमकर निंदा की है जिसमे मुख्य मुद्दा जवानों की पूर्णकालिक भर्ती और अग्निपथ योजना से जुडी हुई है। सीएम ने आगे कहा – हम पुलिस भर्ती में नौजवानों को भर्ती कर ही रहे हैं। बस्तर फाइटर में हम बस्तर के बच्चों को मौका दे रहे हैं। क्योंकि वो इलाका उस प्रकार से है तो वहां के बच्चों को ज्यादा अवसर मिले। लेकिन इससे (अग्निपथ योजना) से क्या फायदा होगा? आप वैसे भी दो साल से सेना में भर्ती बंद कर दिए हैं। दूसरी ये केवल चार साल के लिए रख रहे हैं। चार साल बाद जब वो जवान आएँगे तो क्या करेंगे? पुलिस लॉ इन आर्डर के लिए होता है, सेना सुरक्षा के लिए होता है।
सेना में भर्ती जवान सिर्फ दोस्त और दुशमन को पहचानता है
सेना में जो भर्ती होता है वो केवल दो चीज जानता है- एक दोस्त और दूसरा दुश्मन और दुश्मन सामने दिखे तो उसे खत्म करना है, उससे लड़ाई करना है। सेना की ट्रेनिंग अलग है, पुलिस की ट्रेनिंग अलग है। दोनों को एक दूसरे से नहीं जोड़ सकते। तो क्या इस प्रकार से बात करके देश को ये संदेश देना चाहते हैं आगे पुलिस चाहे प्रदर्शनकारी आएं, आंदोलन कारी हो, कोई धरना दे, प्रदर्शन करे, समाज में और बहुत सी घटनाएं घटती हैं उसे समझा बुझा कर पब्लिक रिलेशन बनाती है और लॉ एंड आर्डर संभालते हैं। सेना ये नहीं करती।
पूर्णकालिक भर्ती क्यों नहीं कर रही केंद्र सरकार
दूसरी बात सेना में पूर्णकालिक भर्ती क्यों नहीं कर रहे हैं? दो साल तक आप भर्ती नहीं कर रहे हैं, 22 साल बाद जब वो जवान वापिस जब अपने घर लौटेगा और बेरोजगार होगा तो इतने लोगों को क्या पुलिस में भर्ती करेंगे? संभव है? भर्ती हुए तो ठीक है, और अगर नहीं भर्ती हुए तो उनको बन्दूक चलाना आ गया है। समाज को किस दिशा में ले कर जा रहे हैं आप? आपकी नीयत ठीक नहीं लग रही है।
समाज के बच्चों को इस प्रकार से आप आधा अधूरा छोड़ देंगे तो फिर वो गिरोह बना कर आपराधिक घटनाओं में भी शामिल हो सकते हैं। नक्सलियों को ट्रेनिं किसने दी? अगर हजारों की संख्या में ऐसे लोग हो जाएंगे, वो बेरोजगार हो जाएंगे तो उनके सामने क्या है वो गुमराह हो गए? अगर 25-30 साल के लड़कों के साथ ऐसा कर रहे हैं तो आप देश के युवाओं और सीमाओं के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं।
राजस्थान सीएम अशोक गहलोत के भाई घर छापे पर बोले
राजस्थान मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के भाई के घर सीबीआई के छापे पर सीएम भूपेश ने कहा- ये तो बदले की राजनीति है। सभी इन्वेस्टिगेशन एजेंसी अपना काम करें। अब रमन सिंह और उनके बेटे के खिलाफ एक व्यक्ति पीएम कार्यालय में मनी लॉन्ड्रिंग जांच को लेकर आवेदन करते हैं। लेकिन वो नहीं होता। 8 साल में एक भी बीजेपी नेताओं के खिलाफ कार्रवाई नहीं हुई है। इसका मतलब सेन्ट्रल एजेंसी निष्पक्ष जांच नहीं कर रहे हैं।
क्या दश में श्रीलंका जैसे हालात बन रहे हैं?
पेट्रोल-डीजल की किल्लत पर सीएम ने कहा कि यूनियन से शाम को चर्चा करूँगा और पूरे देश में आपूर्ति घटाई जा रही है। क्या हम श्रीलंका जैसी स्थिति में हम जा रहे हैं क्योंकि वहां सबसे पहले पेट्रोल-डीजल मिलना ही बंद हुआ था। इससे ट्रांस्पोर्टिंग प्रभावित होगा, महंगाई बढ़ेगी और किसानी प्रभावित होगी।