छत्तीसगढ़ में मां काली को दिखाया सिगरेट पीते, फ़िल्म की पोस्टर को लेकर फूटा गुस्सा, रायपुर में हिन्दू संगठनों ने खोला मोर्चा
रायपुर। फिल्मों का विवादों से पुराना नाता रहा है। कभी इतिहास से छेड़छाड़ तो कभी धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने के लिए कई फिल्मों पर बवाल हो चुके हैं। कभी किसी फिल्म का कोई दृश्य, तो कभी फिल्म का पोस्टर लोगों के गुस्से का शिकार होते हैं। अब एक बार फिर से एक डॉक्यूमेंट्री फिल्म पर हिन्दू संगठनों का गुस्सा फूट पड़ा है। इस बार विवाद एक डॉक्युमेंटरी फिल्म ‘काली’ के पोस्टर को लेकर है।
इस वेब सीरीज को लेकर छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में जमकर वरोध किया जा रहा है। यहां भाजपा मण्डल अध्यक्ष के नेता और कार्यकर्ताओं ने थाने में फिल्ममेकर लीना मनीमेकलाई के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है और इसे रिलीज नहीं करने की मांग की है। साथ ही उग्र आंदोलन की चेतावनी भी दी गई है।
भाजपा माना मण्डल अध्यक्ष रविन्द्र सिंह ठाकुर और मिनी दुबे उपाध्यक्ष समेत सभी पदाधिकारियों ने कहा कि दो दिन पहले एक डॉक्यूमेंट्री फिल्म ‘काली’ की पोस्टर रिलीज हुई है। जिसमें ‘मां काली’ के स्वरुप में एक अश्लील महिला का चित्रण किया गया है। इसमें मां काली को सिगरेट पीते हुए दृश्य दिखाया गया है। इससे हिन्दू लोगों की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचा है और हमारी भावनाओं इस तरह पूरे देश में ठेस पहुंचाने की जो साजिश रही जा रही है। इस फिल्म की जो डायरेक्टर है लीना मनीमेकलाई के खिलाफ भारतीय युवा मोर्चा के नेतृत्व और भाजपा पार्टी के तत्वाधान में आज हम FIR करने जा रहे है। इसका युवा मोर्चा, भाजपा पार्टी और मात्र शक्ति पूर जोर विरोध करती है।
वरिष्ट अधिकारियों को अवगत कराकर की जाएगी कार्रवाई
एसआई सिद्धार्थ मिश्रा ने कहा कि, भाजपा युवा मोर्चा माना मंडल के पदाधिकारियों ने आकर काली नाम की वेबसीरिज के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने के लिए ज्ञापन दिए है। वरिष्ट अधिकारियों को अवगत कराकर इस पर कार्रवाई की जाएगी।
आखिर क्यों हो रहा विवाद
दरअसल, फिल्ममेकर लीना मनीमेकलाई ने 2 जुलाई को ट्विटर पर अपनी डॉक्युमेंटरी फिल्म ‘काली’ का पोस्टर शेयर किया था। इस पोस्टर में हिंदू देवी काली के किरदार में एक महिला नजर आ रही है। पोस्टर में इस महिला को सिगरेट पीते हुए दिखाया गया है। लीना के इस पोस्टर को शेयर करते ही ट्विटर पर बवाल मच गया और लोग लीना की गिरफ्तारी की मांग करने लगे। लीना पर हिंदू धर्म की भावनाओं को जान-बूझकर ठेस पहुंचाने का आरोप लगा है।