उद्योग खोलने की जनसुनवाई में जमकर हुई मारपीट,पुलिस बनी रही मूक दर्शक
बलौदाबाजार। सिमगा विकासखण्ड के कामता गांव अऊ आसपास के 45 गांव के छत्तीसगढ़िया भाई बहिनी मन उद्योग खोलने वाले गैर छत्तीसगढ़िया अऊ ओकर संग देने वाला विभिसन मन ल जन सुनवाई स्थल में जबर मारधाड़ करिस, हथियारबंद पुलिस वाले मन देखते रहिगे।अब जेन भी राजनेता अऊ गैर छत्तीसगढ़िया मन के साथ देने वाला जयचंद मन सुधर जाओ,अब छत्तीसगढ़िया मन अब हर अत्याचारी तलचटवा मन के अईसने बाजा बजाही।किस्मत वाले रिहिसे वो राजनेता ह जो जनसुनवाई में नई आईस,नही तो ओकर गुर्गा मन साथ ओला भी बहुत मार पड़े रहतीस। जेन भी व्यक्ति या राजनेता प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से गैर छत्तीसगढ़िया परदेशिया मन के पक्ष में खड़ा होही, छत्तीसगढ़िया मन के इच्छा के विरुद्ध कहीं भी उद्योग कंपनी खोलवाये जाही या छत्तीसगढ़िया मन के भावना के खिलाफ काम करे के कोशिश करही ओकर मन के हस्श्र अईसने होही। बलौदा बाजार क्षेत्र के जागरुक छत्तीसगढ़िया भाई बहिनी मन ल सादर जोहार हे। ये बाहिर ले आके छत्तीसगढ़िया मन ऊपर जुलुम करइया धौस जमईया बर बड़े जॉन थपरा ये एकर से एक क्रांति के बिहान होही,ये ह शुरुवात ये अब इंहा परदेसी राज खत्म होयके बेरा होंगे जे छत्तीसगढ़िया के पीरा सुनही मांडीही उहि ह छत्तीसगढ़ मे राज करहि।
अरे कब तक पछवाये रहू,अब तो तुमन अघवा बनव जी,नंगत लूटे हे तुंहर हक ल अब तो,तुमन बघवा बनव जी। छत्तीसगढ़ के जंगल नदी ये ह हमर सीना हें, जागव भाई छत्तीसगढ़िया इंहा के माटी म हमर खून पसीना हें।