दुर्ग. दुर्ग-विशाखापट्टनम एक्सप्रेस शुरू होने से आंध्र प्रदेश से छत्तीसगढ़ आने वाले और छत्तीसगढ़ से आंध्र प्रदेश जाने वाले लोगों को बड़ी राहत मिली है। 14 अगस्त को जैसे ही ट्रेन भिलाई पॉवर हाउस स्टेशन पर पहुंची, आंध्र उत्कल संघर्ष समिति के पदाधिकारियों और समाज ने तिरंगा झंडा दिखाकर स्वागत किया. ढोल ताशा लेकर पहुंचे थे। इंजन में चढ़कर पूजा अर्चना की गई। लोको पायलट को फूलों की माला पहनाई। इंजन इसके बाद ट्रेन को आगे रवाना किया गया। वहीं समाज के लोगों का कहना है कि दुर्ग विशाखापट्टनम एक्सप्रेस पहले दिन दुर्ग से रवाना हुई है। ऐसे में इसकी बोगियों को क्लीन व धुलाई करके फूलों से सजाकर रवाना करना था। ऐसा नहीं किया गया। रेलवे प्रबंधन ने बिना धुले गंदी व पुरानी बोगियों को लगाकर नई ट्रेन के रूप में रवाना कर दिया है।
रोजाना अपने निर्धारित समय पर चलेगी ट्रेन
पैसेंजर की जगह शुरू की गई नई दुर्ग-विशाखापट्टनम एक्सप्रेस 14 अगस्त से दुर्ग-विशाखापट्टनम और 15 को विशाखापट्टनम से दुर्ग के लिए रोजाना अपने निर्धारित समय पर चलेगी। दुर्ग-विशाखापट्टनम एक्सप्रेस के समय की बात करें तो यह ट्रेन 14 अगस्त से दुर्ग से शाम 6:30 से रवाना होगी और अगले दिन 10:50 पर विशाखापट्टनम पहुंचेगी। वहीं विशाखापट्टनम से शाम 4:55 पर रवाना होगी और दूसरे दिन 5:40 पर दुर्ग पहुंचेगी। इस एक्सप्रेस में दो एसएलआर कोच, दो सामान्य कोच, पांच स्लीपर कोच और दो एसी थ्री श्रेणी के कोच लगाए जाएंगे। इस तरह एक्सप्रेस में कुल 11 कोच होंगे।