बस्तर: छ्त्तीसगढ़ के बस्तर में पहली बार थर्ड जेंडर श्रेणी के लोगों की पुलिस में भर्ती हुईं है। अब ये सभी नक्सल मोर्चे पर तैनात होंगी। हाथों में बंदूक उठा नक्सलियों के खिलाफ ऑपरेशन में जाएंगी। दरअसल, बस्तर संभाग में नक्सल मोर्चे पर एक नई फोर्स बस्तर फाइटर्स का गठन किया है। इसके तहत संभाग के सातों जिले में 300-300 पदों पर 2100 स्थानीय युवक-युवतियों की भर्ती की गई है। जब भर्ती प्रक्रिया चल रही थी तो उस समय थर्ड जेंडर श्रेणी के 9 लोगों ने जिनमें दिव्या, दामिनी, संध्या, सानू, रानी, हिमांशी, रिया, सीमा और बरखा ने भी आवेदन किया था। हालांकि, आइडेंटिटी समेत अन्य किसी कारण से इनके आवेदन को पहले रिजेक्ट किया गया था। लेकिन, फिर विरोध के बाद पुलिस ने मामले को गंभीरता से लिया।
जिसके बाद आवेदन करने में आ रही समस्याओं का निराकरण किया गया। फिर सभी के डॉक्यूमेंट एक्सेप्ट कर लिए गए। पुलिस अधिकारियों की माने तो ट्रांसजेंडर्स ने बस्तर फाइटर्स फोर्स के फिजिकल, लिखित और इंटरव्यू ये सभी टेस्ट पास किए। वहीं संभाग के 9 थर्ड जेंडर का चयन बस्तर फाइटर्स फोर्स के लिए किया गया है। बस्तर के IG सुंदरराज पी ने बताया कि, बस्तर में पहली बार तृतीय लिंग श्रेणी के लोगों का पुलिस में चयन हुआ है। नक्सलियों के खिलाफ अब ये भी हथियार उठाएंगी।
ऐसे हुआ 2100 लोगों का चयन
बस्तर फाइटर्स आरक्षक भर्ती प्रक्रिया अंतर्गत मई-जून में फिजिकल टेस्ट में योग्य पाए गए 5405 उम्मीदवारों के लिए बस्तर संभाग के सभी जिला मुख्यालयों में 17 जुलाई 2022 को 50 अंको की लिखित परीक्षा हुई थी। लिखित परीक्षा में संभाग के कुल 5330 युवा शामिल हुए थे। फिजिकल टेस्ट एवं लिखित परीक्षा में मिले अंकों के आधार पर बस्तर संभाग में कुल 3969 उम्मीदवारों का चयन हुआ था। जिनका 1 अगस्त से 10 अगस्त को संभाग के सभी जिला मुख्यालयों में 20 अंकों के लिए इंटरव्यू लिया गया। जिसमें सभी प्रक्रिया पूर्ण कर बस्तर फाइटर्स की चयन सूची जारी कर दी गई है।