रायपुर। छत्तीसगढ़ में एक बार फिर से शासकीय कर्मचारी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं। आज यानी 22 अगस्त से प्रदेश भर के चार लाख कर्मचारी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं। जिससे एक बार फिर से शासकीय कार्यालयों में कामकाज ठप हो गया है। छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन 34 प्रतिशत महंगाई भत्ता और गृह भाड़ा भत्ता की मांग को लेकर सोमवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जा रहा है और फेडरेशन की इस हड़ताल में प्रदेश के करीब चार लाख सात हजार कर्मचारी शामिल है।
वहीं अधिकारी-कर्मचारी फेडरेशन के हड़ताल को लेकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बड़ा बयान दिया है। सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि हमने हमेशा से सरकारी कर्मचारियों के लिए भी कई सारे घोषणाएं की और उन घोषणाओं का लाभ भी उन्हें मिल रहा है। चाहे चार सौ यूनिट बिजली मुफ्त की बात हो, किसानों को मिलने वाली खाद का मामला हो, राशन कार्ड का मामला हो, चाहे डीए बढ़ाने की बात हो, चाहे ओल्ड पेंशन स्कीम लागू करने की बात। हमने हमेशा कर्मचारियों के हितों को ध्यान में रखते हुए निर्णय लिया है और उनका लाभ भी कर्मचारियों को मिल रहा है। सीएम ने कहा कि बावजूद इसके अगर कर्मचारी संगठन हड़ताल में जाते हैं, तो जा सकते हैं । फिर, सरकार अपना काम करेगी।