रायपुर। रायपुर में सोमवार को हुए एक हत्याकांड का राज खुल गया। मामले में महिला का कातिल उसका भतीजा ही निकला। युवक को अब पुलिस ने गिफ्तार कर लिया है। इससे घटना के बारे में पूछताछ की जा रही है। युवक ने गला दबाकर और तकिए से मुंह दबाकर अपनी चाची काे मार डाला। घटना खमतराई इलाके की है। 31 साल की सरस्वती राठौर जांजगीर की रहने वाली थी। वह पिछले कुछ सालों से शिव विहार सेक्टर 3 शिवानंद नगर में अपने भतीजे रंजीत राठौर और पति राजू राठौर के साथ रहती थी। पति राजू एक फैक्ट्री में काम करता है।
भतीजा बेरोजगार था, फिलहाल घर पर ही रहता था, घर के कामों में चाचा-चाची का हाथ बंटाया करता। यहां कोई काम काज मिल जाए इस वजह से चाचा-चाची के साथ रह रहा था।
रविवार को रोज की तरह सरस्वती और उसका भतीजा रंजीत घर पर थे। महिला का पति फैक्ट्री में नाइट शिफ्ट करने चला गया। सरस्वती और उसका भतीजे रंजीत दोनों ने रात में खाना खाया इसके बाद अपने अपने कमरे में सोने चले गए। महिला के भतीजे रणजीत ने पुलिस को बताया था कि चाची ने अपने कमरे का दरवाजा अंदर से बंद नहीं किया था। वह हमेशा ही दरवाजा खोलकर सोया करती थी।
सुबह 5:00 बजे रंजीत जब पानी पीने के लिए उठा तो उसने देखा कि बेड पर चाची मृत पड़ी है। उसने करीब जाकर देखा और अपने चाचा राजू को फोन कर जानकारी दी। हड़बड़ाकर राजू भी घर पहुंचा पुलिस को भी खबर दी गई । कुछ घंटों पहले तक ये मामला किसी अनजान शख्स के घर में घुसकर महिला को मारले का लग रहा था मगर शॉर्ट पोस्ट मार्टम रिपोर्ट की वजह से केस में ट्विस्ट आ गया।
चूड़ी से खुला हत्या का राज
पुलिस को महिला के भतीजे ने कह दिया था कि वो जब सोकर उठा तो चाची मर चुकी थी। पुलिस की टीम ने लाश और बिस्तर का मुआएना किया। वहां ऐसे सबूत मिले जैसे दो लोगों के बीच गुत्थम गुत्थी हुई हो। महिला के हाथों में चुड़ियां कम थीं। पुलिस को शक इसी वजह से हुआ कि महिला की हत्या हुई है और इसी एंगल पर जांच होने पर कांड का राज खुला। महिला गले पर अटैक का निशान और खरोंच थे। इसके बाद शॉर्ट पीएम रिपोर्ट में भी सांस रोककर मारने की बात का पता चला।
फिर बोला हां मैंने मारा
चूंकि जब कांड हुआ महिला का भतीजा ही घर पर था। पुलिस ने उससे पूछताछ की। वो ज्यादा देर अपने झूठ के सामने टिक न सका। रंजीत ने बताया कि मैं पानी पीने के बहाने उठा तो देखा चाची गहरी नींद मंे है। वो उसके कमरे में गया और उसका गला दबा दिया, चाची छटपाटाने लगी उसकी चूड़ियां टूट गईं। तकिए से भी उसकी सांसें रोक दी। चूड़ी के टुकडों को रंजीत ने हटाया और कुछ देर लाश के पास ही बैठा रहा। इसके बाद उसने अपने चाचा को कॉल करके चाची की मौत की खबर दे दी।
मृत्तिका के भतीजे रंजीत राठौर ने पुलिस को पूछताछ में बताया कि चाची हमेशा रंजीत से चिढ़कर बात किया करती थी। उसकी अक्सर बहस होती थी। चाची के चिड़चिड़ाने की वजह से रंजीत को गुस्सा आया करता था। कई बार उसने चाची को मारने के बारे में सोचा और संडे की रात ये कांड कर दिया। महिला हमेशा घर पर खाना देने की बात पर भतीजे के साथ बहस करती थी। संडे की रात भी दोनों की बीच हुई थी।