छत्तीसगढ़पॉलिटिक्सरायपुर

इधर उधर की बात छोड़ों, रोज़गार और बकाया भत्ता दो : मूणत

रायपुर। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता और पूर्व कैबिनेट मंत्री राजेश मूणत ने कैबिनेट मंत्री शिव डहरिया के बयान को महज़ बहाना बना कर कन्नी काटने वाला बताया है। उन्होंने कहा कि आज रायपुर में हुए ऐतिहासिक और अभूतपूर्व प्रदर्शन से वास्तव में कांग्रेसी हिल गए हैं। इसी घबराहट और बौखलाहट में वे अनाप-शनाप बयान दिए जा रहे हैं। कांग्रेसियों की यह आदत है कि जब भी वे परास्त, पराजित हों और कोई जवाब इनके पास न हो तो वे दिवंगत लोगों को याद करने लगते हैं।

भाजपा प्रदेश प्रवक्ता श्री मूणत ने कहा कि पूर्व पीएम राजीव गांधी की स्मृति के पीछे छिप जाने से ये सवालों से बच नहीं सकते और न ही इन्हें इससे कोई राहत मिलने वाली है। कांग्रेस ने छत्तीसगढ़ की जनता से विश्वासघात किया है, इन्हें छला है, इसकी सजा उन्हें मिलेगी ही, भले ये राजीव गांधी को याद करें या रॉबर्ट वाड्रा को। इधर उधर की बात करने से छत्तीसगढ़ के विकास का काफ़िला लूट लेने वाले इन लुटेरों को माफ़ी नहीं मिलने वाली है।

श्री मूणत ने कहा कि अगर कांग्रेस के शब्दों में ही बात करें तो कह सकते हैं कि जिस तरह डा. श्यामा प्रसाद मुखर्जी जी को साज़िश कर जेल में ही शहीद कर दिया गया था, क्या कांग्रेस के मन में प्रदेश युवाओं के लिए आज ऐसा ही कुछ चल रहा था? इसीलिए उसने शहर को कंटेनरों से पाट दिया था? क्या जिस तरह कांग्रेस नेता राजीव गांधी ने सिखों के नरसंहार को उकसाते हुए धरती हिलाने वाला बयान दिया था, क्या वैसी ही कोई साज़िश थी कांग्रेस की, जिसे युवाओं के सैलाब ने अमल में लाने नहीं दिया?

प्रवक्ता श्री मूणत ने कहा कि कांग्रेस को साफ-साफ बताना चाहिए कि 10 लाख युवाओं को 2500 रुपए महीने के मान से अभी तक का शेष 12 हजार करोड़ रुपया ब्याज समेत कब दोगे? घर घर रोज़गार का वादा अभी तक क्यों नहीं निभाया? वादे अनुसार एक लाख रिक्त शासकीय पदों पर भर्ती क्यों नहीं की? पांच लाख नौकरी देने जैसा डींगें हांक कर और फिर सदन में झूठ पकड़ में आने पर भी शर्म क्यों नहीं आयी?

श्री मूणत ने कहा कि कांग्रेस पूरे प्रदेश में बदज़ुबानी का प्रतीक बन गयी है। भाजपा के प्रदेश प्रभारी के बारे में जैसा अशोभनीय बयान सीएम ने लगातार दिया है, पार्टी के क्षेत्रीय संगठन मंत्री के बारे में जिस तरह जातिसूचक शब्दों का उपयोग कर मुख्यमंत्री बघेल ने बात की, यह घोर असभ्यता है। ऐसे नेताओं और पार्टी को किसी की भाषा पर सवाल उठाने का कोई अधिकार नहीं है। भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि मुख्यमंत्री को जो भाषा उपयोग करना हो करें, लेकिन कांग्रेस द्वारा हड़प लिए गए युवाओं-किसानों-आदिवासियों-महिलाओं-ग़रीबों के अधिकार को हम उनसे वापस ले के रहेंगे।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button