अंबिकापुर | छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर जिले के दरिमा थाना क्षेत्र में बेटी की हत्या मामले में पुलिस में उसके माता-पिता को गिरफ्तार किया है। बताया जा रहा है कि बेटी ने जब खाना बनाने से इंकार कर दिया तो पिता का गुस्सा फूट पड़ा। गुस्साए पिता ने पीट-पीट कर बेटी की जान ले ली। फिर पत्नी के साथ मिलकर जंगल ले जाकर बेटी के शव को एक पेड़ में फांसी के फंदे पर लटका दिया। फिर खुद थाने में जाकर बेटी के गुमशुदगी की रिपोर्ट लिखवा दी। यही नहीं जब करीब डेढ़ माह बाद लड़की का कंकाल मिला तो खुद कपड़ों के आधार पर की उसकी शिनाख्त भी की। पति पत्नी पुलिस की गिरफ्त में है।
दरअसल, दरिमा थाना क्षेत्र का रहने वाला विश्वनाथ एक्का ने दरिमा थाने में पहुंचकर रिपोर्ट लिखवाई की उसकी बेटी का 29 जून से लापता हो गई है। इस पर पुलिस ने मामला दर्ज कर 11 साल की नाबालिग लड़की की तलाश शुरू की। करीब डेढ़ माह बाद पुलिस को सूचना मिली कि जंगल में एक पेड़ पर कंकाल लटका हुआ है। ऐसे में विश्वनाथ एक्का ने ही कपड़ों के आधार पर उसकी पहचान अपनी बेटी न्यासा के रूप में की। पुलिस मामले की जांच कर ही रही थी तब शार्ट पीएम रिपोर्ट से यह पता चला कि नाबालिग लड़की की हत्या कर उसे पेड़ पर लटकाया गया है ऐसे में पुलिस ने जब विश्वनाथ एक्का से कड़ाई से पूछताछ की तो उसने खुलासा किया कि लड़की के बार-बार बिना बताए चले जाने से वह नाराज रहा करता था।
घटना के दिन उसने अपनी बेटी को खाना बनाने को कहा जिस पर बेटी ने इंकार कर दिया ऐसे में विश्वनाथ एक्का ने अपनी बेटी को हाथ और लाठी डंडे से इतना पीटा कि उसकी मौत हो गई। ऐसे में विश्वनाथ एक्का ने अपनी दूसरी पत्नी दिलाशा एक्का के साथ मिलकर बेटी के शव को जंगल ले गया और फिर उसे फांसी का रूप देने के लिए चुन्नी से उसके शव को पेड़ से लटका दिया।