पॉलिटिक्स

पार्टी में टिकट कटने को लेकर मचा घमासान,चिंतामणि ने बढ़ाई कांग्रेस की चिंता बीजेपी में वापसी के दिये संकेत

सरगुजा । कांग्रेस ने रविवार को भले ही अपनी तीसरी और अंतिम लिस्ट जारी कर दी। लेकिन पार्टी में टिकट कटने को लेकर घमासान मचा हुआ है। रविवार को ही बलरामपुर के सामरी से विधायक चिंतामणि महराज ने बृजमोहन अग्रवाल से मुलाकात की। यहां उन्होने अंबिकापुर से टिकट मिलने पर बीजेपी में वापसी के संकेत दिये। कांग्रेस विधायक के इस बयान के बाद एक बार फिर पार्टी की चिंता बढ़नी लाजमी है। उधर चिंतामणी महराज के इस बयान पर सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि…. बहुत लोगों की बात होती रहती है। बहुत सारी हवाबाजी भी होती रहती है, लेकिन इसमें अब तक कोई सच्चाई नजर नहीं आ रही है। बहुत सारे लोगों के बारे में बहुत सारी गॉसिप चलती रहती है, हमको ध्यान नहीं देना है।

गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव में अब गिनती के दिन बच गये है। ऐसे में कांग्रेस अपनी प्रतिद्वंदी बीजेपी से लड़ने की बजाये पार्टी में व्याप्त अंतर्कलह से जूझती नजर आ रही है। कुछ ऐसा ही हाल बीजेपी का भी है। लेकिन कांग्रेस में टिकटों को लेकर खुलकर नाराजगी और बगावत सामने आ रही है। रविवार को कांग्रेस ने अपनी तीसरी और आखिरी लिस्ट जारी कर 7 प्रत्याशियों के नाम घोषित कर दिये। इस लिस्ट में भी पार्टी ने 4 सिटिंग विधायकों का टिकट काट दिया। पार्टी हाईकमान का मानना है कि पार्टी कमजोर केंडिडेट को चुनावी मैदान में उतारकर रिस्क नही लेना चाहती, इसलिए टिकट काटा गया।

उधर टिकट कटने वाले कई विधायक खुद को कमजोर मानने को ही तैयार नजर नही आ रहे। लिहाजा ऐसे विधायकों ने पार्टी के फैलसे के खिलाफ बगावत का बिगुल बजा दिया है। बगावत करने वाले विधायकों की लिस्ट में आज सामरी से विधायक चिंतामणी महराज का भी नाम जुड़ गया। सामरी में आयोजित मां काली की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा के कार्यक्रम में बीजेपी के कद्दावर नेता और रणनीतिकार बृजमोहन अग्रवाल के पहुंचने के बाद सूबे की राजनीति में हलचल मच गयी थी। सामरी में मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के बाद चिंतामणी महराज के साथ बैठकर बातचीत के बाद कांग्रेस विधायक का बयान भी सामने आ गया। चिंतामणी महाराज ने कांग्रेस पार्टी पर बगैर किसी आरोप-प्रत्यारोप किये सीधे अपनी अपनी बात रख दी। चिंतामणी महराज ने बताया कि बृजमोहन अग्रवाल द्वारा पार्टी में वापसी के लिए प्रस्ताव दिया गया है।

जिस पर उन्होने अंबिकापुर से टिकट मिलने पर पार्टी में वापसी की शर्त रख दी है। चिंतामणी महराज के बयान पर गौर करे तो बीजेपी उन्हे लोकसभा चुनाव के लिए अपना प्रत्याशी बनाने का ऑफर दे रही है, लेकिन उन्होने पहले अंबिकापुर से विधानसभा चुनाव में टिकट देने की शर्त रख दी है। चूंकि बीजेपी अंबिकापुर में अपना प्रत्याशी घोषित कर चुकी है, लिहाजा उनका समीकरण सेट होता नजर नही आ रहा है। लेकिन चिंतामणी के इस बयान ने कांग्रेस की चिंता जरूर बढ़ा दी है। उधर चिंतामणी महराज के बयान के बाद सीएम भूपेश और डिप्टी सीएम सिंहदेव का भी बयान सामने आया है। रविवार को रतनपुर महामाया मंदिर में दर्शन के बाद सीएम बघेल ने मीडिया से बातचीत की।

मुख्यमंत्री बघेल ने चिंतामणी महराज के बयान पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि….” बहुत लोगों की बात होती रहती है। बहुत सारी हवाबाजी भी होती रहती है, लेकिन इसमें अब तक कोई सच्चाई नजर नहीं आ रही है। बहुत सारे लोगों के बारे में बहुत सारी गॉसिप चलती रहती है, हमको ध्यान नहीं देना है।” उधर बीजेपी में शामिल होने और अंबिकापुर सीट से चिंतामणी की दावेदारी की बात पर डिप्टी सीएम टी.एस.सिंहदेव ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होने साफ किया कि जिनकी कांग्रेस पार्टी में निष्ठा है। वह टिकट मिलने या न मिलने से कभी भी पार्टी छोड़कर नहीं जाते हैं। व्यक्तिगत महत्वकांक्षाए बढ़ जाने के कारण पार्टी से ऊपर होने पर ही लोग पार्टी और विचार दोनों बदलते हैं।

सिंहदेव ने आगे कहा कि चिंतामणि महाराज पूर्व में भाजपा में थे। फिर कांग्रेस में आये और अब फिर भाजपा में जाने की बात आप लोगों के माध्यम से सामने आई है। चिंतामणि महाराज की भाजपा से चुनाव लड़ने की बात भाजपा का अंदरूनी मामला है। वहीं रही बात टिकट कटने की तो सर्वे के आधार पर पार्टी ने सिटिंग विधायकों का टिकट काटा है। डिप्टी सीएम सिंहदेव ने पार्टी की एकजुटता के लिए पार्टी छोड़ने वाले लोगों से अनुरोध करते हुए कहा कि सभी लोग पार्टी के साथ बने रहें। सभी के मन मुताबिक, हर समय काम नहीं हो पाता है। समय-समय पर सभी को पार्टी के द्वारा उचित स्थान दिया जाता रहा है।

 

 

 

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button