बिलासपुर | बिलासपुर में जिला खनिज न्यास संस्थान (DMF) की शासी परिषद की बैठक में पूर्व नेता प्रतिपक्ष और बिल्हा विधायक धरमलाल कौशिक जनप्रतिनिधियों की उपेक्षा को लेकर जमकर नाराजगी जाहिर की और कृषि उपकरणों की खरीदी में भ्रष्टाचार के आरोप लगाए।
उन्होंने कहा कि कृषि विभाग के अफसरों ने DMF को भ्रष्टाचार का केंद्र बना दिया है। कृषि यंत्रों के खरीदी और वितरण की जानकारी के बिना करने पर उन्होंने यह आरोप लगाया और पिछली खरीदी की जांच कराने के लिए कहा। शुक्रवार को हुई इस बैठक में 139 पंचायतों में विकास कार्यों के लिए 86.34 करोड़ रुपए के प्रस्ताव को मंजूरी दी गई।
जिला खनिज न्यास संस्थान (DMF) की शासी परिषद की बैठक कलेक्टर सौरभ कुमार की अध्यक्षता में हुई, जिसमें बताया गया कि खनन प्रभावित क्षेत्र 139 ग्राम पंचायत पंचायत आते हैं। इन क्षेत्रों के लोगों को राहत दिलाने एवं विकास कार्यों के लिए प्रस्ताव तैयार किया गया है। इसमें शिक्षा, स्वास्थ्य, पेयजल, कृषि, सड़क निर्माण जैसे मूलभूत सुविधाएं मुहैया कराई जाएगी।
कलेक्टर सौरभ कुमार ने बैठक में बताया कि प्रभावित गांवों में 86 करोड़ 34 लाख रुपए के कार्यों के प्रस्ताव की स्वीकृत दी गई है। इसमें 52 करोड़ की राशि उच्च प्राथमिकता के काम जैसे -शिक्षा, स्वास्थ्य एवं कृषि में खर्च किये जाएंगे। वहीं 34 करोड़ का प्रावधान अन्य प्राथमिकता के कामों के लिए रिजर्व रखा गया है।
6 पदों पर भर्ती का भी प्रस्ताव
बैठक में DMF की स्थापना में 2 विकास सहायक सहित 6 पदों पर भर्ती का प्रस्ताव भी रखा गया, जिसे अनुमोदन कर दिया गया है। बैठक में जिला पंचायत की CEO जयश्री जैन एवं डीएमएफ शाखा के प्रभारी नोडल अधिकारी एवं डिप्टी कलेक्टर महेश शर्मा ने प्रस्तावित कार्य-योजना से परिषद को अवगत कराया।
कृषि यंत्रों की खरीदी और वितरण में जनप्रतिनिधियों की उपेक्षा का आरोप
कृषि यंत्रों के उपकरणों की खरीदी और बिक्री पर आपत्ति जताते हुए पूर्व नेता प्रतिपक्ष और बिल्हा विधायक धरमलाल कौशिक ने भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए इसे बंद करने के लिए कहा और पिछली खरीदी की जांच कराने की मांग की।
उनके सवालों पर कलेक्टर ने कृषि अधिकारियों से पूछताछ की, तब सफाई पेश की गई। कलेक्टर ने बिना परीक्षण किए आरोप लगाने पर आपत्ति जताई। इस पर कौशिक ने कहा कि भौतिक सत्यापन कराएं और वहीं, सिद्ध करेंगे कि किस रेट में खरीदी की गई है और बाजार की कीमत क्या है।