दंतेवाड़ा : दंतेवाड़ा के गीदम के हराम पारा के लच्छिन कश्यप पिछले वर्ष भी दंतेश्वरी देवी के दर्शन करने घुटनों के बल आया था। नवरात्र में दंतेवाड़ा में जहां दो सौ किलोमीटर तक से भक्त दर्शन करने पैदल पहुंचते हैं। तो वहीं कई भक्त घुटनों के बल भी माता दंतेश्वरी के दर्शन करने पहुंचते हैं।
पिछले वर्ष उसने दंतेश्वरी देवी से पुत्र प्राप्ति के लिए मन्नत मांगी थी, जो पूरी हो गई। मन्नत पूरी होने के बाद अब पंचमी में दंतेश्वरी देवी के दर्शन करने के लिए लच्छिन गीदम से 12 किलोमीटर दंतेवाड़ा की दूरी तय कर दंतेश्वरी माता के दर्शन करेगा। घुटनों के बल गीदम से आ रहे श्रद्धालु ने बताया परिवार में एक भी पुत्र नहीं है। मैंने दंतेश्वरी माइ जी से पुत्र की कामना की थी जो पूरी हो गई है।
दंतेवाड़ा दंतेश्वरी देवी के दर्शन के लिए कोंडागांव, कोंटा, सुकमा, छिंदगढ़, कुकनार, जगदलपुर से बड़ी संख्या में हर वर्ष भक्त दर्शन के लिए पैदल पहुंचते हैं। लगातार दूसरे वर्ष प्रदेश अध्यक्ष मोहन मारकाम में कोंडागांव से दंतेश्वरी देवी के दर्शन करने पैदल आ रहे हैं।
पंचमी को होगी भक्तों की भीड़
दंतेश्वरी माता के दर्शन के लिए सबसे अधिक भीड़ पंचमी और सप्तमी को होती है। साथ ही दंतेश्वरी माइ जी की डोली बिदाई में भी हजारों की संख्या में भक्त शामिल होते हैं।
भक्तों को न हो परेशानी इसके लिए है चाक-चौबंध व्यवस्था
दंतेश्वरी देवी के दर्शन को आने वालों को कोई दिक्कत न हो इस बात का पूरा ख्याल रखा जा रहा है। जगह-जगह पद यात्रियों के लिए सुविधा केंद्र खुले हुए हैं, जहां खाने पीने की पूरी व्यवस्था की गई है।