पीएम मोदी थोड़ी देर में करेंगे 5जी सेवाओं की शुरुआत, मुकेश अंबानी प्रगति मैदान पहुंचे
नई दिल्ली | एक नए तकनीकी युग की शुरुआत करते हुए, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज सुबह 10 बजे नई दिल्ली के प्रगति मैदान में 5जी सेवाओं का शुभारंभ करेंगे. इस कार्यक्रम के लिए मुकेश अंबानी प्रगति मैदान पहुंच चुके हैं. एयरटेल के सुनिल मित्तल और वोडाफोन के कुमार मंगलम बिड़ला भी कार्यक्रम में शामिल हो सकते ऐसी सूचना है. 5G तकनीक से निर्बाध कवरेज, उच्च डेटा दर, कम विलंबता और अत्यधिक विश्वसनीय संचार सुविधाऐं प्राप्त की जा सकेंगी. इससे ऊर्जा दक्षता, स्पेक्ट्रम दक्षता और नेटवर्क दक्षता में भी बेहतर रूप से सुधार होगा. प्रधानमंत्री भारतीय मोबाइल सम्मेलन (आईएमसी) के छठे संस्करण का भी उद्घाटन करेंगे.
आईएमसी 2022 का आयोजन 1 से 4 अक्टूबर तक ‘न्यू डिजिटल यूनिवर्स’ विषय के साथ किया जाएगा. यह सम्मेलन प्रमुख विचारकों, उद्यमियों, नवोन्मेषकों और सरकारी अधिकारियों को एक साथ लाते हुए डिजिटल प्रौद्योगिकी को तेजी से अपनाने और इसके प्रसार से होने वाले अद्वितीय अवसरों पर विचार-विमर्श और विभिन्न प्रस्तुतियों के लिए एक साझा मंच प्रदान करेगा. रिपोर्ट्स की मानें तो जियो और एयरटेल भारत में 5G सर्विसेस लॉन्च करने वाली पहली कंपनियां होंगी. शुरुआत में चुनिंदा शहरों में ही 5G सर्विस मिलेगी, जिसका विस्तार अगले साल तक किया जाएगा.
इस साल हुई रियायंस की AGM में मुकेश अंबानी ने कहा था कि Jio 5G दिवाली तक दिल्ली और दूसरे मेट्रो शहरों में लॉन्च हो जाएगी. अगले साल दिसंबर तक सर्विस पूरे देश में रोलआउट होगी. कंपनी ने पैन इंडिया 5G नेटवर्क के लिए 2 लाख करोड़ रुपये का निवेश किया है. वहीं जियो ने 1000 शहरों में 5G के रोलआउट की प्लानिंग पूरी कर ली है. एयरटेल के CEO गोपाल विट्ठल ने एक लेटर कंज्यूमर्स को लिखा था. इस लेटर में उन्होंने बताया था कि यूजर्स को नया सिम नहीं खरीदना होगा, बल्कि मौजूदा सिम कार्ड पर ही उन्हें 5G की सर्विस मिल जाएगी.
एयरटेल के CEO गोपाल विट्ठल ने बताया था कि अगले कुछ हफ्तों में 5G सर्विस शुरू हो जाएगी. 5G स्पेक्ट्रम नीलामी में चार कंपनियों ने हिस्सा लिया था. इसमें Jio, Airtel, Vi और अडानी डेटा नेटवर्क्स ने हिस्सा लिया था. जियो इसमें सबसे बड़ी बोली लगाकर सबसे ज्यादा स्पेक्ट्रम खरीदे हैं. वहीं दूसरे नंबर पर एयरटेल और फिर वोडाफोन आइडिया ने निवेश किया है. अडानी डेटा नेटवर्क्स फिलहाल इंटरप्राइसेस बिजनेस में ही काम करेगी.