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गृह मंत्रालय ने फरहतुल्ला गौरी को UAPA के तहत आतंकवादी घोषित किया, टेरर फंडिंग सहित कई संगीन आरोप

नई दिल्ली। गृह मंत्रालय ने फरहतुल्ला गौरी को यूएपीए एक्ट के तहत आतंकी घोषित कर दिया है। सुरक्षा एजेंसियों ने हाल ही में फरहतुल्ला गौरी का स्कैच जारी किया था। फरहतुल्ला गौरी मूल रूप से हैदराबाद के कुरमागुडा इलाके का रहने वाला है। वह 1994 में विदेश भाग गया था। तब से सुरक्षा एजेंसियां इसकी तलाश कर रही थीं।

जानकारी के अनुसार, फरहतुल्ला गौरी भारत से भागकर सबसे पहले सऊदी अरब गया था। फिर वह 2015 में सऊदी अरब से पाकिस्तान चला गया। वहां पर वह जैश- ए- मोहम्मद में शामिल हो गया और पाकिस्तान से भारत में आतंकी गतिविधियों के लिए धन मुहैया कराता रहा। खास बात यह है कि गृह मंत्रालय द्वारा जो अधिसूचना जारी की गई है उसमें फरहतुल्ला गौरी के पाकिस्तान में छुपे होने की पुष्टी की गई है।

फरहतुल्ला गौरी पर आरोप है कि वह भारत में आतंकी घटनाओं का बढ़ावा देने के लिए धन मुहैया कराने के साथ- साथ सोशल मीडिया के द्वारा भी धार्मिक घृणा फैलाने का काम करता है। वह भारत में कई आतंकी घटनाओं के लिए मोस्ट वांटेड भी है। उसे आतंकी गतिविधियों में शामिल हुए करीब 30 साल हो गए हैं। उसका एक छद्म नाम सूफियान भी है।

गृह मंत्रालय द्वारा जारी अधिसूचना के अनुसार, फरहतुल्ला गौरी का नाम 38 कट्टर आतंकवादियों की सूची में 18 वें स्थान पर है। वह भारत में कई आतंकी मामलों में शामिल रहा है। जानकारी के लिए बता दें कि फरहतुल्लाह गौरी की दशकों से सुरक्षा एजेंसियों की तलाश है। लेकिन सुरक्षा एजेंसियों के पास आज तक गौरी की कोई तस्वीर नहीं थी। इसलिए वह एजेंसियों के लिए एक बहुत बड़ा चैलेंज बना हुआ है। यही वजह है कि हाल ही में सुरक्षा एजेंसियों को फरहतुल्ला गौरी का स्कैच जारी करना पड़ा। कहा जा रहा है कि वह मुस्लिम कट्टरपंथी संगठन दर्सगाह-ए-शहदत (डीजेएस) का भी सदस्य है। उसे सरदार साहब के नाम से भी जाना जाता है।

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