इंसान को लेकर उड़ने वाला देश का पहला ड्रोन ‘वरुण’ तैयार, जल्द होगा नौसेना में शामिल
इंसानों को लेकर उड़ने में सक्षम देश का पहला ड्रोन ‘वरुण तैयार हो चुका है। इसे भारतीय स्टार्टअप सागर डिफेंस इंजीनियरिंग द्वारा विकसित किया गया है। जल्द ही इसे नौसेना में शामिल कर लिया जाएगा।
पुणे स्थित स्टार्टअप का दावा है, यह ड्रोन पेलोड अटैचमेंट के साथ तरल पदार्थ, उपकरण और अन्य सामान ले जाने में भी सक्षम है। इस यात्री ड्रोन को दूर से नियंत्रित या पूर्व निर्धारित मार्गों पर स्वचालित रूप से उड़ाया जा सकता है। यह 130 किलोग्राम तक के पेलोड ले जाने की क्षमता रखता है और 30 मिनट में 25 किमी की दूरी तय कर सकता है।
सागर डिफेंस इंजीनियरिंग के संस्थापक कैप्टन निकुंज पाराशर ने अपने साथियों बब्बर और लक्ष्य डांग के साथ मिलकर नौसेना के लिए इसे डिजाइन किया है। इसका उद्देश्य स्वदेशी तकनीक के जरिये युद्ध के मैदान में अग्रिम पंक्ति के सैनिकों की मदद करना है। बब्बर ने कहा, जब परियोजना शुरू हुई, तो प्रारंभिक चिंता आवश्यक मंजूरी और वित्त पोषण की थी। हालांकि, मझगांव डॉकयार्ड लिमिटेड द्वारा हमें वित्तीय मदद मिल गई। वहीं, रक्षा मंत्रालय व नौसेना द्वारा आवश्यक मंजूरी दे दी गई। यह ड्रोन सड़क दुर्घटनाओं में हताहतों को बचाने, दूरदराज के गांवों में एयर एम्बुलेंस के रूप में सेवा देने, मेट्रो शहरों में हवाई टैक्सी के रूप में और चिकित्सा आपात स्थिति सहित कई कार्यों में मदद कर सकता है।