आरंग – आरंग के ऐतिहासिक दशहरा मैदान में दशहरे का पर्व बड़ी ही धूमधाम से मनाया गया।प्रदेश के नगरीय प्रशासन विकास एवं श्रम मंत्री तथा क्षेत्रीय विधायक डॉ.शिवकुमार डहरिया अपनी पत्नी शकुन डहरिया के साथ बतौर मुख्य अतिथि उपस्थित रहे।आरंग नगर पालिका प्रशासन द्वारा इस बार आयोजन स्थल पर रंगारंग कार्यक्रमों का आयोजन किया गया था साथ ही आकर्षक आतिशबाजी भी की जा रही थी।इस बार दशहरा मैदान में लोगो की भारी भीड़ देखी गई। मंत्री डॉ.डहरिया ने मुख्य मंच से क्षेत्र वासियों को दशहरा पर्व की बधाई और शुभकामनाएं दी।
हमारे MediaMPCG से खास बातचीत करते हुए मंत्री डॉ.शिवकुमार डहरिया ने कहा कि दशहरा का पर्व असत्य पर सत्य की जीत, अंधकार पर प्रकाश की जीत और अधर्म पर धर्म की जीत का पर्व है। यह पर्व हमें अपने अहंकार तथा बुराई को समाप्त कर अच्छाई तथा सत्य की राह पर चलने की सीख देता है। जब तक हमारे समाज, आस-पास तथा स्वयं में जो बुराई है, वह समाप्त नहीं होगी तब तक हम और हमारा समाज आगे नहीं बढ़ पाएगा। इसलिए समाज में अहंकार, बुराई तथा असत्य के प्रतीक रावण का नाश जरूरी है, तभी हम आगे बढ़ पाएंगे।
उन्होंने कहा कि भगवान राम का छत्तीसगढ़ से गहरा नाता रहा है। दक्षिण कोसल के नाम से ख्यात छत्तीसगढ़ ही माता कौशल्या की जन्मभूमि है। इस लिहाज से छत्तीसगढ़ भगवान राम का ननिहाल है। भगवान राम ने बाल्यकाल का समय भी छत्तीसगढ़ में बिताया। अपने 14 वर्ष के वनवास काल में भी अधिकांश समय लगभग 10 वर्ष भगवान राम ने छत्तीसगढ़ में बिताए। छत्तीसगढ़ के कोरिया क्षेत्र के सीतामढ़ी हरचौका में माता सीता ने रसोई पकायी थी। यहां भगवान राम ने शिवरीनारायण में माता शबरी से जूठे बेर खाए थे। इस कारण वे शबरी के राम हैं और माता कौशल्या के कारण वे कौशल्या के राम हैं। डॉ.डहरिया ने कहा कि छत्तीसगढ़ का जनमानस आज भी भांजे के रूप में भगवान श्री राम को देखता है और इसी कारण केवल छत्तीसगढ़ में मामा द्वारा भांजे की चरण स्पर्श करने की परंपरा है।
उन्होंने कहा कि उनकी सरकार द्वारा भगवान राम के वनवास काल के दौरान छत्तीसगढ़ में कोरिया के सीतामढ़ी हरचौका से लेकर दक्षिण सुकमा के रामाराम तक करीब 2200 किलोमीटर के रास्ते को राम वन गमन परिपथ के रूप में विकसित किया जा रहा है और इसके प्रथम चरण में 9 स्थानों को विकसित किया जा रहा है। हाल ही में छत्तीसगढ़ के चंदखुरी में माता कौशल्या के मंदिर के जीर्णोद्धार का कार्य किया गया है। भगवान राम द्वारा स्थापित जीवन मूल्य आज भी हमारे लिये आदर्श एवं मार्गदर्शक हैं। आज आवश्यकता है कि हम अपने अंदर के अहंकार, क्रोध, घृणा जैसे मनोविकारों को समाप्त करें। भगवान राम के आदर्शों को हृदय में संजोए हुए समाज और देश का उत्थान करने का संकल्प लें और छत्तीसगढ़ की प्रगति में अपना योगदान दें।
इस अवसर पर आरंग नगर पालिका अध्यक्ष चंद्रशेखर चंद्राकर सहित सभी वार्डो के पार्षद,एल्डरमेन,नगर पालिका परिषद के अधिकारी-कर्मचारी एवं नगरवासी बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।